खोजी एनसीआर साहून खांन नूंह आज गाँव फिरोजपुर नमक में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के लिए स्कूल के अनुशासन व अन्य समस्याओं को लेकर स्कूल सुधार कमेटी का गठन किया गया। जिन्होंने आज स्कूल मे
ं जाकर प्रिंसिपल व प्राइमरी हेड मास्टर श्री हसमत जी के साथ मीटिंग कि गई। जिसमें कमेटी के कुछ मुख्य मुद्दे रहे। अनुशासन को बनाना, स्कूल समय पर खुले व समय पर बंद हो। सुरक्षा व्यवस्था पर ध्यान देना, बाहरी बच्चे की रोकथाम जो स्कूल के वातावरण को खराब कर रहे हैं उनपर गांव, स्कूल व प्रसासन की मदद से लगाम लगाना,लड़कियों को आते जाते वक्त गेट के बाहर व अंदर परेशान करना , गंदे कमेंट करना, मोबाइल लेकर उनकी फोटो खींचने की कोसिस करना जैसी वारदातों को ध्यान में रख उचित कार्यवाही करना,क्लास रूम में लड़कियों के पास एंड्रॉयड फ़ोन का इस्तेमाल करना भी चिंताजनक है उस पर भी बात हुई, एसएमसी का सही तरीके से काम न करना भी चिंता का विषय रहा,खेलों की सुविधा ना के बराबर, नाही कोई डीपी और नाही कोई पीटीआई इस पर भी बात हुई ,लड़कियों के क्लास रूम बदलने पर भी बात कि गई,स्कूल समय के बाद भी छात्र व छात्राओं का स्कूल में रहते है उस पर भी बात हुई। इन सभी मुद्दों पर बातचीत हुई और प्रिंसिपल श्री वाजिद हुसैन जी ने जाते-जाते स्कूल के लिए बहुत कुछ देकर जाना व सभी समस्याओं पर पूर्ण कंट्रोल कर एक मिशाल कायम करने के लिए इस समय बचे बीस दिन में पूरी महनत के साथ काम करने का प्रण लिया। जिससे कमेटी भी उनका पूर्ण सहयोग करेगी। मास्टर शोयब अख्तर ने बताया के इस तरहा से यदि पूरे नूंह जिले यानी पूरे मेवात में कमेटी बने तो, यकीनन शिक्षा का स्तर और बेहतर हो सकता है। और बेटियां भी आगे पढ़ सकती है। इस तरहा से पूरे मेवात को काम करने कि शक्त जरूरत है। लगभग तीन दिन पहले समाजसेवी मास्टर एम एम खांन ने अपने फेसबुक पर एक पोस्ट के द्वारा। मेवात के ग्रामीण इलाको में शिक्षा सुधार कमेटी के लिए मेवातवासीयों से अपील कि थी, ताकि गरीब का बच्चा भी सही शिक्षा ले सके। उसी को देखते हुए आज हम सभी ने मिलकर अपने गाँव फिरोजपुर नमक में इस कमेटी का गठन किया ।जो बेहद जरूरी था। खासतौर से सरकारी स्कूलों में इस मौके पर स्कूल सुधार कमेटी का होना बेहद जरूरी है। क्योंकि अध्यापकों का समय से ने आना व समय से पहले चले जाना चिंता का विषय बना हुआ है। बच्चें सही से पढ़ नही सकते। जबकि हमारा स्कूल लगभग 12 साल पहले ये स्कूल दूसरे स्कूलों के लिए प्रेरणादायक था, लेकिन आज अपने स्कूल पर रोना आता है। कुछ अध्यापक जिस विषय के लिए लगे है वो अपना विषय नही पढ़ाते जो चिंताजनक है। यदि शिक्षा को बेहतर बनाना है तो हर गाँव में स्कूल सुधार कमेटी का होना बेहद जरूरी है। वैसे एसएमसी कमेटी बनी हुई है मग़र वो ठीक तरहा से अपने काम को नही कर रही। इस मौके पर कमेटी से डॉ मरदान अली, मास्टर शोयब अख्तर, मास्टर मोहम्मद आरिफ , साजिद, नासिर, नासिर,रज़ा हसन, सोएब,सईद अनवर, नम्बरदार राशिद, दिल्ला व अन्य साथी उपस्थित रहे।
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