खोजी एनसीआर/ सोनू वर्मा नूंह। नूंह खंड के एक गांव में बीते वर्ष अप्रैल माह महिला थाने में दर्ज दुष्कर्म के झूठे मामले में अब एक और नया मोड़ आया है। इस मामले में पीडि़ता ने अपने ही परिजनों पर अक
टूबर 2020 मुकदमा दर्ज कराया। पीडि़ता ने इस झूठे मामले में डरा धमकाकर मुकदमा दर्ज कराने का खुलासा किया तो दूसरी और कोर्ट के आदेश पर अब अध्यापक पक्ष व अन्य ग्रामीणों ने पीडि़ता बेटी के पालन पोषण का बीड़ा भी उठाया है। इस मामले में आए नए मोड की लोग प्रशंसा कर रहे हैं। बता दें कि जिले में काफी समय से कुछ शरारती तत्व गांव के पढ़े लिखे युवाओं को झूठे मामले में फंसाकर अपनी राजनीति चमकाने के चक्कर में थानों में मुकदमा दर्ज करा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला नूंह खंड के एक गांव में सामने आया था। जहां पर गांव की दूसरी पार्टी ने एक अध्यापक के खिलाफ बीते वर्ष अप्रैल माह में एक दुष्कर्म का झूठा मुकदमा दर्ज कराया। लेकिन अक्बूबर 2020 में उसी पीडि़ता ने अपने परिजनों के खिलाफ कई धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कराया है। पीडि़ता ने परिजनों के दबाव व मारपीट करने पर मास्टर फजल को साजिश के तहत फंसाने का खुलासा किया। अब उसी पीडि़ता के लिए झूठे मामले में मुकदमा के शिकार हुए अध्यापक के परिजनों व ग्रामीणों ने बड़ा कदम उठाया है। अध्यापक व उसके परिजन अब बेटी का पालन पोषण अपने घर पर करेंगे। अध्यापक ने बताया कि उनकी दो बहने पहले से ही थी अब तीन बहनें है। नूंह कोर्ट में सुनवाई के दौरान झूठे मामले की शिकार पीडि़ता ने अपने परिजनों के साथ जाने से साफ मना किया तो अध्यापक, उनकी माता, भाई व ग्रामीणों ने पीडि़ता के पालन पोषण का बड़ा कदम उठाया है। जिससे वह पीडि़ता को कोर्ट के आदेश पर अपने घर पर ले आए है। जहां पर पीडि़ता पूरी तरह से खुश है। वहीं अध्यापक व उनके परिजनों ने जिले के लोगों से अपील की वह इस तरह से झूठे मामलों से बचे। अपनी राजनीति चकमाने के चक्कर में किसी के भविष्य से खिलवाड़ ना करें।
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