नायपिटाव, म्यांमार में सैन्य तख्तापलट के बाद हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। पिछले दिनों इस तख्तापलट का विरोध कर रहे लोगों के खिलाफ सेना ने फायरिंग की। यहां पर बदतर होती स्थिति की चिंता करत
हुए म्यांमार के यूएन दूत ने संयुक्त राष्ट्र से आग्रह किया कि वहां हिंसा को रोका जाए। बता दें कि म्यांमार में सैन्य शासन का समर्थन कर रहे एक गुट के कुछ लोगों ने देश में सैन्य तख्तापलट का विरोध कर रहे लोगों पर बीते दिन हमला किया, जिसमें कई लोग घायल हो गए। असोसिएशन ऑफ साउथ ईस्ट एशियन नेशन के सदस्य म्यांमार की सेना से तनाव कम करने के लिए कुछ ढील देने की अपील कर रहे हैं। दस देशों के क्षेत्रीय गुट का मानना है कि टकराव के बजाए सैन्य अधिकारियों के साथ बातचीत किसी सहमति तक पहुंचने के लिए ज्यादा प्रभावी तरीका साबित हो सकता है। भारत ने भी म्यांमार पर बनाई हुई पैनी नजर बता दें कि पिछले दिनों संयुक्त राष्ट्र की महासभा में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा था कि म्यांमार में हाल ही में हुई घटनाओं पर भारत ने पैनी नजर बनाई हुई है। गौरतलब है कि म्यांमार में सेना ने आठ नवंबर को हुए चुनाव में धोखाधड़ी के चलते तख्तापलट कर दिया और वहां सैन्य शासन लगा दिया। इसके बाद यहां प स्थिति बेकाबू हो चुकी है। इस दौरान आंग सान सू की समेत कई राजनैतिक महिलाओं को हिरासत में ले लिया गया है। इसके बाद लोकतंत्र के पक्षधर सड़कों पर उतरे और अपनी नेता आंग सान सू की की रिहाई की मांग करने लगे।
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