देखने में आया है कि दिन प्रतिदिन साईबर अपराधों में बढोतरी हो रही है। साईबर अपराधियों दवारा ठगी से बचने के लिए आम नागरिक का जागरुक होना अति आवश्यक है। इस बारे में जानकारी देते हुए उप पुलिस अधीक
्षक (मुख्यालय) कुरूक्षेत्र, श्री सुभाषचंद्र ने बताया कि साईबर अपराधी ईन्टरनैट के माध्यम से ठगी करने में खुब सक्रिय हो रहे हैं। इंटरनेट पर लॉटरी स्कैम नया नहीं है। इंटरनेट यूजर्स की बैंक डिटेल हासिल करने का तरीका बहुत पुराना है। साईबर अपराधी इंटरनेट और स्मार्टफोन यूजर्स को धोखाधड़ी का शिकार बनाने के लिए फ्रॉड के अलग-अलग तरीके अपनाते हैं। इनमें से एक बेहद आम तरीका है, स्मार्टफोन या इंटरनेट यूजर्स को ऐसे लिंक भेजना जिनमें मिलियन डॉलर्स की लॉटरी की बात करके लोगों को लिंक पर क्लिक करने का प्रलोभन देते हैं। इन स्कैमर्स का मकसद इस तरह के मेसेज भेजकर उनकी बैंक डिटेल हासिल करना होता है। यह लिंक यूजर को मैसेज या ई-मेल के जरिए भेजा जाता है। इस प्रकार के लिंक भेजने के बाद आपको अलग- अलग तरह से सन्देश देकर दी गई जानकारी पर सहमति देने के लिए प्रभावित किया जाता है तथा आपको एक मोटी रकम का लालच देकर ठग लिया जाता है। इसके इलावा अनेक गिरोह आपको कॉल करके लाखों रुपए की लाटरी व इनाम निकलने का झांसा दे देते हैं। इसके लिए व्हाट्सऐप पर बाकायदा लॉटरी नंबर की रसीद बनाकर भेजी जाती है। इसके साथ ही उन्हें मोबाईल नंबर देकर व्हाट्सऐप कॉल करने के लिए भी कहा जाता है। कॉल करने के बाद साईबर ठग इनाम की राशि आपको देने के बदले टैक्स भरने के लिए पैसों की मांग करते हैं। जिन मोबाइल नंबरों को इस प्रकार की ठगी में प्रयोग किया जाता है, उनको आसानी से ट्रेस नहीं किया जा सकता। असल में यह ठग स्पूफिंग और वॉइस ओवर इंटरनेट टेलीफोनी का इस्तेमाल करते हैं, ताकि उनकी असली पहचान छुपी रहे और उन्हें आसानी से ट्रेस न किया जा सके। आपके मोबाइल पर कॉल आती है जिसमें आपको कहा जाता है कि उनकी कंपनी ने कुछ मोबाइल नंबर सिलेक्ट किए हैं, उन सिलेक्टिड नम्बरों में से आपका मोबाइल नंबर भी है। इस प्रकार आपको लाखों रुपए के इनाम जीतने का प्रलोभन देते हैं जिससे आम आदमी उनकी बातों में आकर उनके दवारा बताये गये तरीके अनुसार अपने मोबाईल या कम्पयुटर से उन दवारा मांगी गई सुचना उपलब्ध करवा देते हैं। इस प्रकार साईबर ठग आपको इनाम की राशि आपको बैंक के माध्यम से लेने के लिये बोलते हैं। वह यह राशि बैंक के माध्यम से लेने के लिए बैंक को कुछ टैक्स अदा करने के लिए कहते हैं । जिससे आम आदमी लाटरी या इनाम के लालच में आकर अपने बैंक खाते उनको सांझा कर देते हैं और उनके झांसे में आ जाते हैं। इस प्रकार साईबर अपराधी भोले-भाले लोगों को अपना शिकार बना लेते हैं। इस प्रकार की कोई भी कॉल या मेसेज आता है तो उस पर विश्वास करके अपनी प्रतिक्रिया न दें। इससे सावधान रहें।
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