खोजी/राकेश वर्मा पिनगवां।महर्षि दयानंद गुरुकुल एवं गौशाला मरोड़ा तरस रहा है मूलभूत सुविधाओं के लिए। 2009 मे बनी थी ये गौशाला। गौशाला के इंचार्ज वेद प्रकाश परमार्थी ने बताया कि ना तो गायों के ल
िए टीन सेड़ काई इंतजाम है और ना ही चारा रखने के लिए कोई इंतजाम यहां पर नहीं है ।ओर नही किसी हिन्दू संगठन ने गौशाला को गोद लिया है।यहां पर काम करते हैं जिनकी वेतन 60000 पर मंथली दिया जाता है।वेद प्रकाश परमार्थी ने बताया कि यह गौशाला करीब डेढ़ एकड़ जमीन पर बनी हुई है। गौशाला मे करीब 250 गाय है। गौशाला की तरफ से एक रथ गौ सेवा के लिए लगाया गया है। जिसमें घर घर जाकर गाय के लिए रोटी आटे की भूसी इकट्ठा करने का काम किया जाता है।वेद प्रकाश ने बताया कि भूसा वह हरा चारा अधिकतर मोल खरीदा जाता है। उन्होंने बताया कि बरसात के मौसम गौशाला में पानी भरना एक आम समस्या बना रहता है। उन्होंने बताया कि होड़ल नगीना रोड ऊंचा होने के कारण बरसात का पानी गौशाला के अंदर भर जाता है। जिससे गायों को बैठने चारा डालने के लिए समस्या खड़ी रहती है। उन्होंने बताया कि साल में करीब करीब 35 से 40 लाख रु का खर्च आ जाता है। उन्होंने बताया कि हम जगह-जगह जाकर चंदा इकट्ठा कर कर बड़ी मुश्किल से गौशाला का निर्वाह कर रहे हैं। उन्होंने हिंदू समाज व संगठन के लोगों से अपील की है कि इस गौशाला की गायो की सेवा के लिए आगे आये।
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