-- संगीतमय कार्यक्रम के द्वारा की मां सरस्वती की पूजा। खोजी/सुभाष कोहली। कालका। बसंत पंचमी के महापर्व के उपलक्ष में एस.एल म्यूजिक अकैडमी कालका में मां सरस्वती का पूजन किया गया। इसके पश्चात अ
ैडमी में संगीत सीख रहे विद्यार्थियों द्वारा एक संगीतमय कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई, जिसमें विद्यार्थियों ने भजन गीत तथा ग़जलों की बेहतरीन प्रस्तुति देकर खूब समां बांधा। कार्यक्रम का शुभारंभ नन्ही नावन्या द्वारा "अच्छुतम केशवम राम नारायणम" मंत्र उच्चारण द्वारा किया गया। इसके पश्चात चंद्रकांत तथा हार्दिक ब्रदर्स ने मां सरस्वती की वंदना "तेरी वीणा भी बन जाऊं" प्रस्तुत की, तेजस्वी ने "हे राम, विवेक ने" प्रभु जी सदा ही कृपा करना", धर्म चंद तथा अनिल ने "सुबह-सुबह लो शिव का नाम" तथा मनोज ने "मैया मेरा दिल खो गया पहाड़ों में" गाकर माहौल भक्तिमय बना दिया। ततपश्चात डॉक्टर अनिल दास ने पुराना सदाबहार गीत "अगर मुझसे मोहब्बत है मुझे सब अपने गम दे दो" दिलकश अंदाज में पेश किया। इसके पश्चात तेजस्वी ने पंजाबी गजल "साड्डा दिल तोड़ के तू भी पछतावेगा "अलग अंदाज से गाया। इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए चंद्रकांत तथा हार्दिक बंधुओं ने गजल "महफिल में बार-बार किसी पर नजर गई "गाकर समा बांध दिया। धर्मचंद ने सदाबहार गीत "दिल का भंवर करे पुकार" तथा अनिल ने "चूड़ी नहीं मेरा दिल" को बाखूबी निभाया। गजलों का सिलसिला आगे बढ़ाते हुए डॉक्टर अनिल दास द्वारा मशहूर गजल "दिल में एक लहर सी उठी है" गाई गई। कव्वाली "किन्ना सोहणा तैनु रब ने बणाया प्रस्तुत कर कार्यक्रम को अंजाम तक पहुंचाया। कार्यक्रम के अंत में एस.एल म्यूजिक एकेडमी की डायरेक्टर रेखा वशिष्ट ने उपस्थित सभी श्रोताओं का धन्यवाद किया।
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