योग को घर-घर पहुंचाने का काम करेंगे टीचर्स नूंह: योग करने से मनुष्य के शारीरिक के साथ-साथ मानसिक रोग भी ठीक हो जाते हैं। आज की भागदौड भरी जिंदगी में हर आयुवर्ग के व्यक्ति के लिए योग आवश्यक है। इ
सी जरूरत को ध्यान में रखते हुए अब स्कूलों में बच्चों को अनिवार्य रूप से योग कराने की योजना शुरु की गई है। उक्त बातें नूंह के डीपीसी डा. अब्दुल रहमान ने बुधवार को पीटीआई-डीपीई योग प्रशिक्षण शिविर में सभी अध्यापकों को संबोधित करते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद, भारत स्वाभिमान, पतंजलि योग परिषद तथा सुखानंद फाउंडेशन द्वारा चलाए जा रहे इस शिविर के दूरगामी लाभ हैं। इस शिविर में प्रशिक्षण ले रहे अध्यापक तो इससे लाभान्वित हो ही रहे हैं। जब वे अपने स्कूलों में बच्चों को सिखाएंगे तो योग को घर-घर पहुंचाने का सपना साकार हो सकेगा। उन्होंने सभी अध्यापकों से अपील की कि वे इस सात दिवसीय योग प्रशिक्षण शिविर को साधना की भांति समझें। इस दौरान उन्हें अपने वर्किंग टाईम से अधिक रुकना पडेगा। लेकिन यह सात दिन की साधना उनके लिए बेहद महत्त्वपूर्ण साबित होगी। इससे पहले पतंजलि से उपलब्ध कराए गए मुख्य योग शिक्षक नीरज रानी तथा डा. राजेश शास्त्री ने सभी अध्यापकों को यौगिक जौगिंग, सूर्य नमस्कार, सूक्ष्म व्यायाम तथा स्थूल व्यायाम के अलावा सूत्र नेति तथा जल नेति का अभ्यास कराया। शिविर में सह योग शिक्षक लालचंद आर्य तथा ज्योति यादव ने भी अध्यापकों को टीचिंग स्किल तथा अन्य अभ्यास कराया। बता दें कि पीटीआई-डीपीई टीचर्स को योग टै्रनिंग देने के अंतिम बैच का शिविर नूंह के सौंख गांव स्थित सरकारी स्कूल में चल रहा है। जिसमें सौ से अधिक टीचर्स टै्रनिंग ले रहे हैं। इस दौरान एपीसी डा. अभिषेक, हरीश यादव, कार्यक्रम के कॉर्डिनेटर झम्मन सिंह सैनी आदि सहित शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
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