नई दिल्ली, । Weight Loss Tips: आजकल लोग वजन घटाने के लिए कई प्रकार के डाइट प्लान को फॉलो कर रहे हैं। इनमें एक डाइट प्लान गोलो डाइट है। जानकारों की मानें तो 2016 में वजन घटाने के लिए गोलो डाइट को सबसे ज्यादा सर
च किया गया था। ऐसा माना जाता है कि इस डाइट को फॉलो करने से वजन घटाने में बड़ी जल्दी मदद मिलती है। इसके लिए लोग गोलो डाइट पर ज्यादा निर्भर हैं। दुनिया भर में गोलो डाइट को फॉलो किया जा रहा है। अगर आप भी मोटापे से परेशान हैं और बढ़ते वजन को कंट्रोल करना चाहते हैं, तो गोलो डाइट का सहारा ले सकते हैं। इस डाइट को फॉलो करने से आपको बहुत जल्द आराम मिल सकता है। आइए जानते हैं- आमतौर पर लोग वजन घटाने के लिए अलग-अलग डाइट प्लान फॉलो करने के लिए कहते हैं। इन डाइट प्लान में कार्बोहाइड्रेट्स, शुगर, प्रोटीन और कैलोरी कम लेने की सलाह दी जाती है, लेकिन गोलो डाइट में खानपान पर कोई भी पाबंदी नहीं है। इस डाइट में केवल और केवल हार्मोंस को कंट्रोल करने की सलाह दी जाती है। इस बारे में जानकारों का मत है कि मोटापी की मुख्य वजह हार्मोन असंतुलन भी है। इससे चिंता, तनाव, नींद न आना और भूख कम अथवा अधिक लगती है। हार्मोन असंतुलन से व्यक्ति परेशान रहने लगता है और उसकी दिनचर्या में भी बदलाव आता है। इसके चलते लोगों का वजन बढ़ने लगता है। इसके लिए गोलो डाइट में केवल और केवल हार्मोन बैलेंस पर ध्यान दिया जाता है। गोलो डाइट के जानकारों का कहना है कि केवल डाइट और वर्कआउट करने से वजन को कंट्रोल नहीं किया जा सकता है। इसके लिए हार्मोन बैलेंस भी बहुत जरूरी है। गोलो डाइट प्लान इस डाइट में मेटाबॉलिक फ्यूल मेट्रिक्स पर विशेष ध्यान दिया जाता है, जो प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फैट और वेजिटेबल्स से प्राप्त होता है। साथ ही वकआउट भी जरूरी है। अगर आप इस डाइट के साथ वर्कआउट करते हैं, तो आप बढ़ते वजन को कंट्रोल कर सकते हैं। -इसके लिए प्रोटीन में अंडे, मांस, और डेयरी प्रोडक्टस् का सेवन कर सकते हैं। -कार्बोहाइड्रेट में बेरीज, फल, शकरकंद, आलू, बिन्स और साबुत अनाज का सेवन कर सकते हैं।
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