चिराग गोयल,फिरोजपुर झिरका।-जिले में 12 साल पूर्व खेल प्रतिभाओं को प्लेटफार्म देने के मकसद से तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड और लोक निर्माण विभाग के माध्यम से लगभग
ार करोड़ रुपये की लागत से खंड स्तर पर स्टेडियमों का निर्माण करवाया था, लेकिन देखरेख के अभाव में व सरकार की बेरुखी के चलते खेल संसाधनों के अभाव में स्टेडियमों का लाभ खिलाड़ियों को नहीं मिल पा रहा है। इमारत जर्जर हो रही हैं और स्टेडियम परिसर गलत गतिविधियों के केंद्र बन चुके हैं। बता दें कि वर्ष 2008 में राजीव गांधी खेल परिसर के तहत जिले के कामेड़ा गांव में 51 लाख 51 हजार, पिनगवां में 54 लाख 33 हजार, सिरोली में 57 लाख 24 हजार, नगीना में 47 लाख 75 हजार, फिरोजपुर झिरका में एक करोड़ 66 लाख रुपये की लागत से खेल स्टेडियमों का निर्माण करवाया गया था। खेलों में रुचि रखने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता मोहन गोयल, सादिक काटपुरी अज़हर भादस , नदीम अजमत, इजहार आलम आदि ने बताया कि पूर्व की सरकार ने जिले में खेलों को बढ़ावा देने के लिए खंड स्तर पर स्टेडियमों का निर्माण तो करा दिया था लेकिन इनमें खेल स्टाफ, चौकीदार तथा संसाधन नहीं दिए। हमें सुबह सुबह दौड़ने के लिए दिल्ली अलवर रोड का सहारा लेना पड़ता है जिसके कारण हमें दुर्घटना का डर सताता रहता है, जुनैद खान बलाई ने वर्तमान सरकार से हमारी मांग है कि जिले में बने स्टेडियमों की दुर्दशा को सुधारा जाए और उनमें खेल स्टाफ व सामान उपलब्ध करवाया जाए, जिससे खेल से जुड़ी प्रतिभाओं को आगे बढ़ने का मौका मिले। जुनैद खान ने बताया कि हमने द्वारा उच्च अधिकारियों को पत्र लिखकर स्टेडियम की दुर्दशा से अवगत कराया गया है। स्टेडियम की दशा सुधारने के लिए इनमें स्टाफ व चौकीदारी की नियुक्ति की मांग की गई है।
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