सोहना,(उमेश गुप्ता): सीआईए पुलिस ने रविवार को मुखबिर से मिली एक सूचना के आधार पर एक युवक से 4 किलो गांजा बरामद होने पर युवक को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए युवक की पहचान सुनील पुत्र शेर सिंह मूल �
�िवासी शाहजहापुर, जिला अलवर, राजस्थान के रूप में हुई है। आरोपी से पुलिस ने वह मोटरसाइकिल भी अपने कब्जे में ले ली है, जिस मोटरसाइकिल पर आरोपी मेवात से गांजा खरीद कर बेचने के लिए अपने गांव शाहजहापुर ले जा रहा था। बताया गया है कि यह युवक मेवात में रहने वाले अपने एक परिचित व्यक्ति से 40 हजार रुपए प्रति किलो में गांजा लाकर खोखों, झुग्गी, झोपडिय़ों चोरी-छिपे वाहन चालकों को गांजे की पुडिय़ा बेचकर मोटी कमाई करने की सोच रहा था कि रास्ते में सीआईए पुलिस थाना प्रभारी अमित कुमार की अगुवाई वाली टीम के हत्थे चढ़ गया। पुलिस प्रवक्ता सुभाष बोकन के अनुसार सीआईए पुलिस को मुखबिर खास से सूचना हाथ लगी कि एक युवक मोटरसाइकिल पर गांजे के साथ निकलने वाला है। जिसके पास गांजा है। यदि फौरन छापेमारी की जाए तो उसे गांजे के साथ रंगे हाथों पकड़ा जा सकता है। जिस पर सीआईए पुलिस टीम बताए गए स्थान पर पहुंच गई और एक स्थान पर नाका लगा दिया। जैसे ही मोटरसाइकिल नजर आई, पुलिस ने उसे रूकने का संकेत किया। पुलिस को देख युवक भागने लगा लेकिन पहले से मुस्तैद पुलिस टीम ने भागते युवक को दबोच लिया और जब उसकी तलाशी ली तो उसके पास प्लास्टिक कटटे में गांजा भरा मिला। जिसे तुलवाए जाने पर उसका वजन 4 किलो मिला। पूछताछ के दौरान युवक ने अपना नाम सुनील पुत्र शेर सिंह मूल निवासी शाहजहापुर, जिला अलवर, राजस्थान बताया और खुलासा किया कि वह इस गांजे को मेवात से अपने गांव शाहजहापुर ले जाकर पुडिय़ा बनाकर वाहन चालकों को बेचने की फिराक में था। जागरूक लोगों का कहना है कि पुलिस आए दिन जगह-जगह गांजा पकड़ रही है। लोग भी पकड़ में आ रहे है लेकिन फिर भी प्रभावी तरीके से गांजा बिक्री पर रोक नही लग रही है। जिससे जाहिर है कि मेवात और साइबर सिटी समेत एनसीआर क्षेत्र में गांजा की बिक्री और खरीद-फरोख्त को लेकर कई गिरोह सक्रिय है, जो आए दिन पुलिस की नजरों से बचने के लिए अपने ठिकाने बदल-बदल कर गांजे की सप्लाई कर रहे है और युवाओं को पथभ्रष्ट बनाकर नैतिक पतन कर रहे है क्योकि जो व्यक्ति एक बार गांजा, सुल्फा की चपेट में आ जाता है, उसे ऐसी लत लग जाती है कि वह बिना गांजा, सुल्फा के रह नही पाता। लोग उसे नशेड़ी कहकर छेड़ते है लेकिन वह समाज में हो रही बदनामी के बावजूद इस लत को नही छोड़ पाता है। यदि पुलिस प्रशासन गांजा सप्लाई करने वालों से पकड़ में आने पर पूछताछ के दौरान उनके पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करने का काम करे तो ही उस पर कुछ हद तक रोक लग सकती है।
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