चिराग गोयल फिरोजपुर झिरका। खंड फिरोजपुर झिरका के बड़े गांव बीवां में स्वास्थ्य सुविधाओं के नाम पर ग्रामीणों के साथ धोका किया जा रहा है,एक तरफ हरियाणा सरकार ओर जिला प्रशासन महिला सशक्तिकर
की बात करती है वहीं दूसरी तरफ महिलाओं के स्वास्थ्य के प्रति बिल्कुल भी गंभीर नहीं है। आपको जानकारी के लिये बता दूं कि बीवां पीएचसी में 8,10 गांव लगते हैं जिसका एरिया लगभग 15-20 किलोमीटर है लेकिन फिर भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से सरकार ने ग्रामीणों के लिए एंबुलेंस की सुविधा नहीं दे रही हैं।ग्रामीण अपनी महिलाओं को डिलीवरी के लिए अपनी मोटरसाइकिल व अन्य साधनों से हॉस्पिटल लाते हैं जिससे जच्चा-बच्चा को जान माल दोनो का खतरा रहता है।गरीब परिवारों को तो मजबूरन डिलीवरी अपने घर पर ही करानी पड़ती है। ग्रामीण क्षेत्र मे जच्चा बच्चा की डिलीवरी के समय जान चली जाती हैं। धन के अभाव में गरीब लोग घर पर डिलीवरी होने के कारण कई बार जच्चा बच्चा के साथ दुर्घटना घट गई है लेकिन फिर भी विभाग आंख बंद किए हुए है। एंबुलेंस की सुविधा के लिए ग्रामीणों ने बार-बार एस०एम०ओ० से लेकर माननीय मुख्यमंत्री हरियाणा सरकार तक लिखित में शिकायत दी जा चुकी है लेकिन फिर भी विभाग लापरवाही बरत रहा है।पीएचसी बीवां में हर महीने औसतन 80 से 100 तक डिलीवरियां होती हैं लेकिन फिर भी विभाग ने ग्रामीणों को एंबुलेंस की सुविधा से वंचित कर रखा जा रहा है।ईसब खान मानव अधिकार रक्षक,आश मोहम्मद, सलामुद्दीन, इरफान मलिक, साकिर हुसैन, मोहम्मद इरफान,आसिफ खान,कसमीना बीवां का आरोप है कि 3 महीने पहले एस०एम०ओ० फिरोजपुर झिरका ने शिकायत की जांच दौरान पीएचसी में एंबुलेंस की सुविधा देने का आश्वासन दिया था लेकिन अभी तक एंबुलेंस की सुविधा नहीं दी गई।यदि जल्द ही एंबुलेंस की सुविधा नहीं दी गई तो मजबूर होकर ग्रामीणों को पीएचसी में धरने पर बैठना पड़ेगा। क्या कहते हैं?स्वास्थ्य विभाग के एस.एम.ओ। स्वास्थ्य विभाग के एसएमओ डॉ कृष्ण कुमार केके का कहना है कि यह मामला मेरे संज्ञान में है। हमने विवाँँ गांव में एंबुलेंस की सुविधा देने के लिए अपने से बड़े अधिकारियों को बोल दिया है जल्द से जल्द गर्भवती महिलाओं को एंबुलेंस की सुविधा मिलेगी।
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