नारनौल, 31 जनवरी। भावी पीढ़ी को पोलियो मुक्त रखने के लिए राष्ट्रव्यापी पल्स पोलियो अभियान के तहत 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों को एक साथ पोलियो खुराक पिलाना एक मात्र विकल्प है। किसी भी सूरत में इस अभिय
ान के तहत कोई भी पात्र बच्चा इस दवा के सेवन से वंचित नहीं रहना चाहिए। यह विचार आज सिविल सर्जन डा. अशोक कुमार ने सामान्य अस्पताल परिसर में ‘‘दो बून्द जिन्दगी की’’ पिलाकर जिला स्तर पर राष्ट्रव्यापी सघन पल्स पोलियो अभियान का शुभारंभ करते हुए व्यक्त किए। सिविल सर्जन डा. अशोक कुमार ने कहा कि पोलियो जैसी भंयकर बीमारी का शिकार व्यक्ति न केवल अपने आप को असहाय महसूस करता है बल्कि सामान्य जीवन व्यतित करने से भी वचिंत रहता है। उन्होंने बताया कि 0 से 5 वर्ष के बच्चों को अभियान के तहत बार- बार दवा पिलाने का मूल उद्देश्य भावी पीढ़ी को पोलियो मुक्त रखना है। इस अभियान को सफल बनाने के लिए हम सबका दायित्व बनता है कि न केवल अपने सम्पर्क में आने वाले पात्र बच्चों को बल्कि अन्य पात्र बच्चों को नजदीकी पोलियो बूथ पर दवा पिलाएं। एक छोटे से विषाणु से फैलने वाली इस बीमारी से दूर रहने के लिए हमें अपनी भागीदारी अवश्य सुनिश्चित करनी होगी। इस मौके पर उप सिविल सर्जन(प्रतिरक्षण) डा. रामनिवास डहिनवाल ने बताया कि इस दवा के सेवन से स्वास्थ्य पर किसी प्रकार का दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है। अगर बच्चे ने पहले इस दवा का सेवन कर रखा है तो भी अभियान के सफल बनाने के लिए दवा पिलाना नितान्त आवश्यक है। उन्होंने कहा कि बीमार बच्चे को भी दवा पिलाना जरूरी है क्योंकि एक बच्चे के भी वंचित रहने से सुरक्षा चक्कर टूटने का भय रहता है। उन्होंने कहा कि अभियान की सफलता के लिए सभी वर्ग के लोगों, स्वास्थ्य विभाग, सामाजिक संस्थाओं व सामाजिक कार्यकर्ता इस अभियान की सफलता में अपनी महती भूमिका निभानी चाहिए। इस अवसर पर उप सिविल सर्जन (एनएचएम) डा. नवीन यादव, अरबन नोडल अधिकारी डा. नरेन्द्र कुमार, चम्पा यादव, सुनीता कादयान, कमलेश यादव, कंवरपाल, योगेश कुमार, राजेश व मुकेश कुमार के अतिरिक्त अन्य विभागिय कर्मचारी व अधिकारीगण उपस्थित थे।
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