चिराग गोयल, फिरोजपुर झिरका। राज्य स्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस के लिए जिला मेवात की तरफ से पांच बाल वैज्ञानिकों ने अपने शोध पत्र ऑनलाइन माध्यम से प्रस्तुत किए।जिसमें राजकीय कन्या वरिष्ठ मा
ध्यमिक विद्यालय फिरोजपुर झिरका की छात्रा दिव्या विज्ञान संकाय ने शहरी वर्ग में राज्य स्तर के लिए क्वालीफाई किया है साथ ही राजकीय सीनियर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय हसनपुर तावडू की छात्रा अंशु शेरावत ने ग्रामीण वर्ग में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए राज्य स्तर के लिए स्थान बनाया है।इस अवसर पर जिला कोऑर्डिनेटर कुसुम मलिक ने छात्राओं का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि मेवात जैसे पिछड़े क्षेत्र से दिव्या और अंशु छात्राएं विज्ञान की शिक्षा को मेवात की भाग्य रेखा बनाने में अहम भूमिका निभा रही है। तावडू खंड की कोऑर्डिनेटर किरण यादव ने कहा कि विद्यार्थियों में वैज्ञानिक सोच और समझ जागृत करना ही शिक्षा का सही मायने में उपयोग है करना हैI उन्होंने कहा कि विज्ञान हमें जीवन को सरलता एवं संतुलन के साथ जीने की कला प्रदान करता है।जिले के एकेडमिक कोऑर्डिनेटर पवन यादव ने बताया कि मेवात जिले की तरफ से 15 टीमों ने जिला स्तर के लिए शोध पत्र प्रस्तुत किए थे।जिनमें से पांच को राज्य स्तर के प्रथम चरण के लिए सिलेक्ट किया गया।दो छात्राएं दिव्या और अंशु का राज्य स्तर के दूसरे चरण के लिए चयन किया गया जो अपने शोध पत्र आगामी 31 जनवरी को रोहतक में राज्य स्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस में प्रस्तुत करेंगे।डॉक्टर पवन यादव ने बताया कि दिव्या ने मेवात के पारंपरिक खाद्य पदार्थों एवं उनकी पोषण था के विषय में अध्ययन किया है तथा अ अंशु ने कचरे के निपटान के लिए उपयुक्त विधि का शोध किया है।दोनों छात्राओं की इस उपलब्धि पर जिला शिक्षा अधिकारी सुरेश गोरिया ने छात्राओं और उनके शिक्षकों को बधाई देते हुए कहा कि मेवात में प्रतिभाओं को तराशने और उन्हें उचित प्लेटफार्म प्रदान कराकर शिक्षा में नए आयाम स्थापित किए जा सकते हैं जिसमें बाल विज्ञान कांग्रेस ने अहम योगदान किया है।जिला शिक्षा अधिकारी ने मेवात की बाल विज्ञान कांग्रेस टीम को अपनी शुभकामनाएं तथा बधाइयां दी और कहा कि आने वाले समय में भी अधिक से अधिक विद्यार्थियों की भागीदारी के लिए कार्य करे।
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