नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Republic Day 2021: इस साल भारत अपना 72वां गणतंत्र दिवस मनाने के लिए तैयार है। ऐसे में आप छुट्टी का पूरा दिन ऐसे ही बिताने की बजाय क्यों न इसे अपने बच्चों के लिए खास बनाएं। अगर आ
भी अपने बच्चों या फिर परिवार में किसी बच्चे को इस दिन की अहमियत समझाना चाह रहे हैं, तो हमारे पास एक दिलचस्प योजना है। मां-बाप और भारत के नागरिक होने के नाते आपको इस दिन को सिर्फ एक छुट्टी का दिन नहीं समझना चाहिए, बल्कि अपने बच्चों को इस दिन का महत्व समझाना चाहिए। बच्चे अक्सर गणतंत्र दिवस और स्वतंत्र दिवस को लेकर कनफ्यूज़्ड रहते हैं, ऐसे में उन्हें इसके बीच का अंतर समझाएं। इसे इस तरह समझाएं: 15 अगस्त 1947 को भारत को ब्रिटिश साम्राज्य से स्वतंत्रता मिली थी, वहीं 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागू किया गया था, जिसे हम गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते हैं। संविधान, जिसे 26 नवंबर 1949 को अपनाया गया था, 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ। इसलिए, हम इस दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते हैं। गणतंत्र का मतलब समझाएं इस दिन के पीछे के पूरे इतिहास को समझाने से पहले, ये भी ज़रूरी है कि आप अपने बच्चों को बताएं कि आखिर गणतंत्र का मतलब क्या होता है। गणतंत्र सरकार का एक रूप है, जहां शक्ति किसी शासक या राजा के पास नहीं बल्कि उसके पास होती है, जिसे जनता चुनती है। गणतंत्र का अर्थ है, जनता के लिए जनता द्वारा शासन। क्योंकि कोई भी निर्णय लेते समय देश के प्रत्येक नागरिक से पूछना व्यावहारिक रूप से असंभव है, इसलिए किसी भी तरह के निर्णय के लिए नागरिकों द्वारा चुने गए प्रतिनिधि ज़िम्मेदार होते हैं। भारत को कब गणतंत्र राज्य घोषित किया गया था? संविधान को 26 नवंबर 1949 को अपनाया गया था, लेकिन इसे 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया था। तभी भारत को एक गणतंत्र राज्य घोषित किया गया था। संविधान का अर्थ क्या है? सीधे शब्दों में कहें, एक संविधान वास्तव में एक देश के बुनियादी सिद्धांतों और कानूनों का एक सेट है, जिनका उपयोग किसी देश के कार्य करने के तरीके के लिए किया जाता है। भारत का संविधान वास्तव में सबसे लंबा लिखित संविधान है, जिसमें 448 आर्टिकल शामिल हैं। भारत का संविधान किसने लिखा? हमारे देश का संविधान डॉ. बी.आर. अंबेडकर द्वारा तैयार किया गया था। इसे प्रिंट नहीं बल्कि प्रेम बिहारी नरायण रायज़ादा ने अपने हाथों से लिखा था। गणतंत्र दिवस कैसे मनाया जाता है? नई दिल्ली में राजपथ पर एक भव्य परेड का आयोजन किया जाता है, जहां सशस्त्र बल अपनी योग्यता का प्रदर्शन करते हैं। लाल किले पर भारत के राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है और हमारे देश के सभी 29 राज्यों की समृद्ध, सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। बहादुर सैनिकों और नागरिकों को सम्मानित किया जाता है और बहादुरी के पदक दिए जाते हैं। पूरे उत्सव के सबसे दिलचस्प पहलुओं में से एक हैभारतीय वायु सेना द्वारा "फ्लाईपास्ट", जो लड़ाकू विमानों द्वारा एक औपचारिक उड़ान है, जो भारतीय ध्वज का निर्माण करने वाले रंगों के धुएं का निशान छोड़ते हुए उड़ान भरते हैं। बच्चों के साथ कैसे मनाएं गणतंत्र दिवस? 90 के दशक के बच्चों के बचपन की सबसे खूबसूरत यादों में से एक 26 जनवरी के दिन सुबह जल्दी उठना और गणतंत्र दिवस की परेड का लाइव टेलीकास्ट देखा होगा। इस दिन का जश्न मनाने और बच्चों के दिलों में देश के प्रति गर्व और प्यार को बसाने के लिए मां-बाप को बच्चों के साथ अच्छा समय बिताना चाहिए और साथ में गणतंत्र दिवस की परेड देखनी चाहिए। अपने बच्चों को देश के समृद्ध विरासत के बारे में बताना गणतंत्र दिवस मनाने का सबसे अच्छा तरीके है।
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