विकास कार्यो में घीडा गांव के सरपंच पर गबन का आरोप। कार्रवाई के लिये उपमंडल अधिकारी ने की उपायुक्त व सीईओ से सिफारिश पुन्हाना, कृष्ण आर्य प्रदेश सरकार भ्रष्ट्राचार को लेकर बेशक गंभीर हो लेक
िन पुन्हाना का पंचायत विभाग भ्रष्ट्राचार को लेकर बिलकुल भी गंभीर नहीं दिखाई दे रहा। मामला घीडा गांव की पंचायत का है जहां पर सरपंच द्वारा विकास कार्यो में जमकर गोलमाल किया है। उपायुक्त से लेकर उपमंडल अधिकारी पुन्हाना को शिकायत देने के बाद भी सरपंच पर कार्यवाही तो दूर बल्कि राजनैतिक सरक्षंण के कारण सरपंच जांच तक में शामिल नहीं हुआ। उपमंडल अधिकारी द्वारा तीन बार नोटिस जारी करने के बाद भी जांच में ना तो सरपंच शामिल हुआ और ना ही ग्राम सचिव व एबीपीओ। मामले में कार्यवाही नहीं होने पर शिकायतकर्ता में प्रशासन व सरकार के खिलाफ भारी रोष है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि सरपंच पर पहले भी गबन के आरोप में बिछोर थाने में मामला दर्ज है बावजूद इसके विकास कार्यो मे जमकर धांधली की जा रही है। जानकारी के अनुसार घीडा गांव के जाकिर ने गांव में हो रहे विकास कार्यो को लेकर एक शिकायत उपमंडल अधिकारी पुन्हाना को दी थी जिसमें उसने बताया कि घीडा गांव में मनरेगा स्कीम के अन्र्तगत करोडोंं रूपये बिना काम करे ही गांव के सरपंच अब्बास ने पंचायत अधिकारी पुन्हाना व एबीपीओ पुन्हाना की मिलीभगत से गबन किया है। जबकि जो कार्य दिखाये हुये है उनमे से एक भी कार्य मौके पर नहीं हुआ है। शिकायत पर खंड एवं पंचायत विकास अधिकारी ने 3 दिसंबर 2020 को नोटिस जारी कर सरपंच को 4 दिसंबर को समस्त स्कीमो के तहत कराये विकास कार्यो के रिकार्ड व जॉब कार्ड लेकर जांच के लिये कार्यालय मे हाजिर होने के आदेश दिये। लेकिन सरपंच जांच में शामिल नहीं हुआ। इसके बाद दूसरे आदेश में बीडीपीओ ने 18 दिसंबर को पत्र लिखकर 23 दिसंबर को रिकार्ड के साथ सरपंच, ग्राम सचिव नफे सिंह व एबीपीओ को हाजिर होने के आदेश दिये लेकिन इस बार भी ना तो सरपंच ने जांच में भाग लिया और ना ही ग्राम सचिव व एबीपीओ ने। बीडीपीओ पुन्हाना ने तीसरी बार नोटिस देकर गांव के सरपंच, ग्राम सचिव व एबीपीओ को रिकार्ड सहित कार्यालय में 1 जनवरी 2021 को हाजिर होने के आदेश दिये लेकिन इस बार भी ना तो सरपंच जांच में शामिल हुआ और ना ही ग्राम सचिव व एबीपीओ। जांच में शामिल ना होने के बाद उपमंडल अधिकारी ने उपायुक्त व सीईओ को सरपंच पर कार्रवाई की सिफारिश की। इसके अलावा उपमंडल अधिकारी ने उपायुक्त व सीईओ को लिखे पत्र में साफ लिखा की ग्राम पंचायत घीडा में मनरेगा के तहत हुये कार्यो में गांव के मजदूरों से काम ना कराकर सिंगार व बीसरू गांव के मजदूरो से काम कराया । जबकि शिकायतकर्ता पहले ही आरोप लगा चुका है कि सरपंच मजदूरों से काम ना कराकर जेसीबी मशीन से जोहड खुदवा रहा है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि महिना भर बीत चुका है लेकिन सरपंच पर अभी तक कार्रवाई नहीं हुई है। क्या कहते है उपमंडल अधिकारी:- जब इस बारे में उपमंडल अधिकारी कुलबीर सिंह ढाका से बात को तो उन्होंनें बताया कि शिकायत पर घीडा ग्राम पंचायत के विकास कार्यो की जांच की जिसमें मनरेगा के तहत हुये विकास कार्यो मे घीडा गांव के मजदूरों से काम ना कराकर सिंगार व बीसरू गांव के मजदूरों से काम कराया गया। सरपंच पर कार्रवाई के लिये जिला उपायुक्त व सीईओ जिला परिषद लिख दिया है।
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