सोनू वर्मा --------------------------------------------------- नूह। मेवात का एक सामाजिक संगठन "एसोसिएशन फ़ॉर डेवलपमेंट एंड अवेकनिंग ऑफ मेवात" नाम की "आदम" एनजीओ नये कृषि कानून के बारे में मेवात के किसानों को जागरूक करेगी। नु
ं में आदम संस्था की मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए संस्था के अध्यक्ष एवं मेवात डेवलोपमेन्ट एजेंसी के पूर्व चेयरमैन खुर्शीद राजाका ने बताया कि मीटिंग में सर्व सम्मति से निर्णय हुआ कि मेवात के भोले भाले किसानों को नये कृषि कानून की जानकारी देकर आदम संस्था किसान व आढ़तियों के लिये जागरूक करेगी ताकि कोई भी राजनैतिक दल मेवात के किसानों को बहका ना सके। आदम एनजीओ के अध्यक्ष खुर्शीद राजाका ने कहा कि इस वक़्त किसानों को बहकाने व डराने की बजाय कृषि कानून को समझाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सभी राजनैतिक दल किसान आंदोलन के पीछे छिपकर औछी राजनीति खेल रहे हैं इसलिये ऐसे समय में सभी सामाजिक संगठन देशहित में व किसान हित में आगे आकर किसानों को जागरूक करे। अध्यक्ष खुर्शीद राजाका ने कहा कि हर वक़्त राजनीति नहीं होनी चाहिये जरूरत के समय देश व समाज के लिए भी काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस सर्दी में किसान सड़क पर रहकर मर रहा है जिस कारण भारत की बदनामी हो रही है। इसलिए सरकार भी अपनी जिम्मेदारी समझे और किसानों से सवांद कर मामला का समाधान करे ताकि किसान आन्दोलन के सहारे घटिया राजनीति को रोका जा सके। खुर्शीद राजाका ने बताया कि कृषि विशेषज्ञों से और कानून के जानकारों से कृषि कानून को समझा है और मुझे नहीं लगता कि सरकार ने किसानों के साथ कोई धोखा किया है। इसलिये आदम संस्था गांव गांव जाकर किसान सवांद चौपाल लगाकर किसानों को कृषि कानून की जानकारी देंगे ताकि मेवात का किसान इस आंदोलन से दूर रहे । इस मीटिंग में नदीम सलम्बा, इंजमाम मुरादाबास, बसन्त सिंह, शैकुल खान सहित कई पदाधिकारी मौजूद रहे यह जानकारी आदम संस्था के प्रवक्ता नदीम सलंबा ने प्रेस-नोट जारी करते हुए दी ।
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