विभिन्न सरकारी व निजी अस्पतालों में करवा सकते है पंजीकरण, जनगणना 2011 के अनुसार जिले के 69567 परिवारों को किया गया है शामिल, योजना के तहत लाभार्थी को सालाना 5 लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा किया जाता है क
वर कुरुक्षेत्र ,15 जनवरी(सुदेश गोयल):उपायुक्त शरणदीप कौर बराड़ ने कहा कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का लाभ ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचे इसके लिए आमजन को विभिन्न माध्यमों से जागरुक किया जा रहा है। इस योजना का लाभ जिले के हर आम व्यक्ति तक पहंचाया जाएगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूरी तैयारी की गई है। उपायुक्त शरणदीप कौर बराड़ ने बातचीत करते हुए कहा कि इस योजना को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पूरे भारत वर्ष में 25 सितम्बर 2018 को दीन दयाल उपाध्याय जयंती पर लागू किया गया था और इसे हरियाणाा में 15 अगस्त 2018 को लागू किया गया था, इस योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को स्वास्थ्य बीमा मुहैया करवाना है और जिले में चिन्हित लाभार्थी योजना का लाभ उठाने के लिए जल्द से जल्द अपना गोल्डन कार्ड बनवा लें ताकि जरूरत पडऩे पर किसी भी जगह गोल्डन कार्ड का फायदा उठाया जा सके। उन्होंने कहा कि सामाजिक आर्थिक जातीय जनगणना 2011 की सूचि में शामिल सभी परिवारों को लाभार्थी माना गया, इस आधार पर जिले में 69567 परिवार शामिल है और कुल सदस्य 329103 है। इनमें से 129602 को इस योजना के लाभार्थी होने के पहचान पत्र जिनको गोल्डन कार्ड या ई-कार्ड कहा जाता है जारी कर दिए गए है तथा शेष बचे हुए लाभार्थियों के पहचान पत्र बनाने की प्रक्रिया जारी है। इस योजना के तहत लाभार्थी को 5 लाख तक का सालाना स्वास्थ्य बीमा, जिसमें की सभी गंभीर बीमारियों के इलाज शामिल है, सभी सरकारी या प्राईवेट सूचिबद्घ अस्पतालों में नि:शुल्क दिया जाता है। लाभार्थी परिवार चाहे तो 5 लाख तक का खर्च किसी एक सदस्य की बीमारी या सभी सदस्यों के इलाज पर मिलाकर कर सकता है। आयुष्मान भारत योजना कार्ड कैसे बनाएं उपायुक्त शरणदीप कौर बराड़ ने कहा कि पंजीकृत और निजी अस्पतालों के द्वारा सर्वप्रथम अपने नजदीकी निजी या सरकारी अस्पतालों में अपने दस्तावेजों आधार कार्ड, राशन कार्ड, पंजीकृत मोबाईल नम्बर आदि लेकर जाने होंगे। इसके बाद आपका नाम जन आरोग्य योजना की सूचि में जांचा जाएगा और इस सूचि में नाम आने के बाद ही लाभर्थी को आयुष्मान कार्ड प्रदान किया जाएगा। यदि किसी भी व्यक्ति के पास प्रधानमंत्री का मूल पत्र अगर प्राप्त हुआ है तो वह अपने साथ लेकर जा सकता है। अगर आयुष्माान पात्र व्यक्तियों के कार्ड में नाम या अन्य किसी भी तरह कोई भी त्रुटि पाई जाती है तो वह उससे त्रुटि से सम्बन्धित अपने सही दस्तावेज सरकारी या गैर सरकारी अस्पतालों में ले जा सकते है और उस त्रुटि को दूर करवा सकते है। उन्होंने कहा कि इस स्कीम के तहत जिले में 20048 लाभार्थियों का ईलाज हो चुका है और 19 करोड के करीब अदायगी सरकार द्वारा इन अस्पतालों को की जा चुकी है।
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