नूंह: जिले में बाल मजदूरी को रोकने के लिए राज्य अपराध शाखा तथा चाईल्ड हैल्पलाईन सर्विस द्वारा अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत बाल मजदूरी करने वाले बच्चों को रेस्क्यू किया जा रहा है। इसी कडी
में बुधवार को राज्य हैल्प लाईन व चाईल्ड लाईन सर्विस द्वारा नूंह शहर में अभियान चलाया गया। इस दौरान कस्बे से 8 बच्चों को बाल मजदूरी करते हुए तथा 3 बच्चों को भीख मांगते हुए पकडा गया। राज्य अपराध शाखा गुरुग्राम से हैड कांस्टेबल सचिन व संजय ने नूंह थाने की टीम के सहयोग से नूंह शहर में बिल्डिंग, मोटरसाइकिल मैकेनिक, वैल्डिंग शॉप व ढाबे की दुकान पर पाए गए बच्चों को रेस्क्यू किया। इसके अलावा चाईल्ड लाईन की टीम द्वारा कस्बे से तीन बच्चों को भीख मांगते हुए रेस्क्यू किया गया। जिन्हें बाल कल्याण समिति नूंह के समक्ष पेश किया गया। समिति ने बच्चों से मजदूरी कराने वाले दुकानदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए। समिति के चेयरमैन राजेश छोकर ने कहा कि बच्चों से मजदूरी कराना कानूनी अपराध है। इस अपराध के लिए संबंधित दुकानदार के साथ-साथ उसके माता-पिता भी बराबर के दोषी हैं। वे बच्चों से मजदूरी करा कर न केवल कानून का उल्लंघन कर रहे हैं, बल्कि उनके भविष्य के साथ खिलवाड कर रहे हैं। 14 वर्ष तक के बच्चों को अनिवार्य रूप से शिक्षा का अधिकार है। लेकिन बच्चों को उनके अधिकार को दिलाने की बजाय उनके हाथों में उपकरण थमा दिए जाते हैं। लेकिन यह अब जरा भी बर्दाश्त नहीं होगा। समिति के सदस्य विनोद कुमार ने बच्चों के मातापिता को आगाह किया कि यदि बच्चों से मजदूरी कराई तो उन्हें कानूनी कार्रवाई का सामना करना पडेगा। चेतनालय चाइल्ड लाइन की जिला कॉर्डिनेटर ऐनी, सदस्य सागर व नरेश ने भी बच्चों के मातापिता को समझाया कि उनसे भीख मंगवाना कानूनी अपराध है। यदि उन्होंने बच्चों से भीख मंगवाई तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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