चिराग गोयल फिरोजपुर झिरका।-मेवात क्षेत्र प्रतिभाओं की खान है जिसे सिर्फ तराशने की जरूरत हैI इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए आज जिला स्तर के सभी विज्ञान अध्यापक एवं अध्यापिकाओं की एक कार्यशा
ला का आयोजन ऑनलाइन किया गया I जिसमें बाल विज्ञान कांग्रेस से संबंधित विभिन्न विषयों को शिक्षकों के साथ सांझा किया गया I इस कार्यशाला में जिले के सभी खंडों के 40 अध्यापकों ने सक्रिय भागीदारी की I जिला संयोजिका कुसुम मलिक ने कार्यशाला का परिचय रखते हुए बताया कि स्कूल स्तर पर शिक्षक विद्यार्थियों को प्रोजेक्ट के द्वारा स्थानीय समस्याओं के वैज्ञानिक हल खोजने के लिए कार्य करते हैं जिसमें वह अपने आसपास के पर्यावरण, कृषि, स्वास्थ्य, परंपरागत तौर तरीके व तकनीकी का अवलोकन करते हुए समस्याओं का हल निकालते हैं जो आत्मनिर्भर भारत के सपने को मजबूत आधारशिला प्रदान करता हैI उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों में बाल्यावस्था से वैज्ञानिक सोच और दृष्टिकोण विकसित करने के लिए राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस एक ऐसा मंच प्रदान करता है जहां पर विज्ञान के तौर-तरीकों को बारीकी से जानने और समझने का अवसर प्रदान प्राप्त अवसर प्रदान प्राप्त होता है I कुसुम मलिक ने कहा कि आज हमारे सामने कोरोना महामारी कृषि पर्यावरण स्वास्थ्य एवं औद्योगिक स्तर पर अनेकों प्रकार की समस्याओं ने नए अवसर प्रदान किए हैं जिन पर वैज्ञानिक तौर तरीके से विश्लेषण और कार्य करने का की आवश्यकता है I उन्होंने कहा कि हर बार पूरे देश में बाल विज्ञान कांग्रेस का आयोजन राष्ट्रीय विज्ञान प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार द्वारा किया जाता है I
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