जिला पुलिस कुरूक्षेत्र ने मारपीट करके महिला की हत्या करने के आरोप में किया दो को गिरफतार। थाना सदर थानेसर पुलिस ने बिमल देवी के साथ मारपीट करके उसकी हत्या करने के आरोप में दो अन्य आरोपी मनदीप
पुत्र जसविन्द्र सिंह व राजिन्द्र सिंह पुत्र मेहर सिंह वासीयान बीड मथाना को गिरफतार करने में सफलता हासिल की है। यह जानकारी पुलिस अधीक्षक कुरुक्षेत्र, श्री हिमांशु गर्ग ने दी। इस बारे में जानकारी देते हुए श्री गर्ग ने बताया कि दिनांक 24 मई 2020 को हरजीत सिहं वासी बीड मथाना ने थाना सदर थानेसर पुलिस को दी अपनी शिकायत में बताया था कि उसकी पिपली अनाज मण्डी में आढ़त की दुकान है। उनका जसविन्द्र सिहं पुत्र मेहर सिहं वासी बीड मथाना के साथ खेत की जमीन के रास्ता को लेकर झगडा चला हुआ है| मामला माननीय न्यायालय में विचाराधीन है। करीब 15 दिन पहले जसविन्द्र सिहं ने शराब पी रखी थी| जब वह अपनी दुकान से अपने घर पर पहुंचा तो जसविन्द्र सिहं ने गली में खडा होकर उसके साथ गाली गलौच की। जिस बारे उसने सारी बातें अगले दिन सरपंच को बताई। दिनांक 23 मई 2020 को वह हर रोज की तरह दुकान को बन्द करके अपने घर पहुंचा तो जसविन्द्र सिहं व उसकी पत्नी, मन्दीप सिहं, राजेन्द्र सिहं जिन्होने अपने अपने हाथों में लाठी, लोहे की बारी तथा डण्डे पकड़े हुए थे। सभी उनके मकान के साथ वाले मकान में रहते है। वह दीवार को फांद कर जबरदस्ती उनके मकान में घुस गये और अन्दर आते उनके साथ गाली-गलोच करना शुरु कर दिया| उन्होंने कहा कि आज इनको खेत में सांझा रास्ता आने जाने बारे मजा चखा चखते है। जिन्होन अपने-अपने हाथों में पकडे हुए लाठी, लोहे की बारी तथा डण्डे के साथ उसके, सुखविन्द्र सिंह और उसकी माता बिमल देवीं के साथ मारपीट करनी शुरू कर दी। जसविन्द्र सिहं की पत्नी के उसकी माता को थप्पड-मुक्के वा लाते मारी। शोर सुनकर गुरप्रीत सिहं पुत्र हुक्म सिहं वासी बीड मथाना मौका पर पहुँच गये। जिन्होने उनका बीच बचाव करवाया । आरोपी जाते जाते जान से मारने के धमकी देते हुए गये। गुरप्रीत सिहं ने उसको और उसकी माता को अपनी कार में बैठा कर ईलाज के लिए हस्पताल ले गया। जिसकी शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच आरम्भ कर दी थी। उसकी माता बिमल देवी की हालत को खराब होते देख पीजीआई चण्डीगढ़ रैफर कर दिया था। ईलाज के दौरान उसकी माता बिमला देवी की मौत हो गई। पुलिस ने हत्या की धारा 302 आईपीसी को मामले में दर्ज किया गया। इस लड़ाई झगडे में उसको भी चोटें आई थी| जिसको ईलाज के बाद डॉक्टर साहब ने डिस्चार्ज कर दिया । मामले की जाँच करते हुए उप निरीक्षक सत्यवान ने जसविन्द्र सिंह व उसकी पत्नी परमजीत कौर उर्फ़ पिंकी को 28 मई 2020 को गिरफ्तार करके अदालत में पेश किया| आरोपिया परमजीत कौर उर्फ़ पिंकी व जसविन्द्र सिंह को माननीय अदालत के आदेशा से जेल भेज दिया था। मामले में मन्दीप सिहं व राजेन्द्र सिहं की गिरफ्तारी बकाया थी| मामले की जाँच प्रबन्धक थाना निरीक्षक राज पाल ने उप निरीक्षक रमेश कुमार को सौंप दी| आरोपी मन्दीप सिहं व राजेन्द्र सिहं अपनी गिरतारी से बचने के लिए छुपते फिर रहे थे| उप निरीक्षक रमेश कुमार ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए माननीय अदालत से गिरफ्तारी के वारन्ट जारी करवाए हुए थे| दिनांक 8 जनवरी 2021 को आरोपी मन्दीप सिहं व राजेन्द्र सिहं ने माननीय अदालत में आत्म समर्पण कर दिया| जिनको उप निरीक्षक रमेश कुमार, हवलदार सुरेन्द्र कुमार व हवलदार सुरेन्द्र सिंह की टीम ने काबू करके गिरफ्तार कर लिया| जिनको माननीय अदालत के आदेशा से दो दिन के पुलिस रिमांड पर लेकर जांच की जा रही है। जाँच जारी है|
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