सुबह से साए तक लाइन में लगने के बाद भी नहीं मिल रहा खाद होडल, डोरीलाल गोला होडल में किसानों को खाद ना मिलने के कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। किसान अपने घरों से खाद लेने के लिए स
बह ही केंद्रों के बाहर लाइन लगाकर खड़े हो जाते है और कई घंटे इंतजार करने के बाद भी बगैर खाद लिए खाली हाथ अपने घरों को लौट जाते है। किसानों का आरोप है कि केंद्र इंचार्ज व कर्मचारी अपने चहेते किसानों को खाद देने में लगे हुए है। किसानों में खाद वितरित करने वाले केंद्र इंचार्ज के प्रति रोष व्याप्त है।किसानों को फसल की बुवाई के लिए इस समय खाद की विशेष जरूरत है और किसानों को खाद के लिए दर-दर की ठोकरें खाने पर मजबूर होना पड़ रहा है। किसान डीएपी खाद के लिए सुबह से साए तक खाद वितरण केंद्रों पर भटक रहे है। गोडोता रोड स्थित हैफेड गोदाम के सामने इफको केंद्र पर खाद लेने के लिए सुबह सात बजे से ही खाद लेने वाले किसानों की लंबी कतार लगनी शुरू हो जाती है। केंद्र संचालक केंद्र के मुख्य गेट को बंद कर देते है और बाहर खाद लेने के लिए लाइन में खड़े किसानों को लगभग 11 बजे खाद वितरित करना शुरू करते है। किसान सुरेंद्र, रामजीत, प्रेम चंद, रामहेत, हरकिशन, मोहन, रामहेत, विकाश के अलावा अन्य किसानों ने खाद वितरित कर रहे केंद्र इंचार्ज व अन्य कर्मचारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र इंचार्ज व कर्मचारी अपने चहेते लोगों को तुरत फोन पर बुलाकर खाद दे देते है और जो किसान पिछले कई दिनों व घंटे से खाद के इंतजार में केंद्र के बाहर खड़े है उन्हें खाद मिलता नहीं। किसानों ने बताया कि वह पिछले एक सप्ताह से खाद लेने के लिए केंद्र के चक्कर काट रहे है, फिर भी उन्हें अभी तक एक भी कट्टा खाद का नहीं मिला है। इसके अलावा किसानों का आरोप है कि केंद्र इंचार्ज व कर्मचारी अपने चहेतो के आधार कार्ड पहले ही अपने पास जमा रखते है और खाद की गाड़ी आते ही एडवांस में पर्ची काटकर उन्हें सबसे पहले खाद देते है और जो किसान पिछले कई दिनों व घंटों से खाद लेने के लिए लाइन में लगे हुए है उन्हें खाद मिलता तक नहीं। किसानों का आरोप है कि केंद्र इंचार्ज और कर्मचारी हरियाणा के किसानों को खाद देने के बजाए यूपी के किसानों को ब्लैक में खाद दे रहे है। इसके अलावा महिला किसान भी खाद लेने के लिए अपने घरों के कामों को छोड़कर खाद लेने के लिए कई घंटे लाइन में खड़ी रहती है। किसानों का कहना है कि उन्हें गेहूं व सरसों की फसल बुवाई के लिए खाद की विशेष आवश्यकता है और उन्हें समय पर खाद नहीं मिली तो उनकी फसल की बुवाई नहीं होगी जिसके कारण उनका काफी नुकसान हो जाएगा। किसानों ने प्रशासनिक व खाद वितरण विभाग अधिकारियों से मांग की है कि केंद्र इंचार्ज व कर्मचारियों के खाद वितरण की जांच कर इनके खिलाफ कार्यवाही की जाए। इस मामले में केंद्र इंचार्ज श्यामवीर का कहना है कि हम एक आधार कार्ड पर पांच खाद के कट्टे दे रहे है। उन्होंने कहा कि यूपी के किसानों के बजाए हरियाणा के किसानों को खाद वितरित किया जा रहा है। सुबह केंद्र पर किसानों के हंगामे को देखते हुए पुलिस की देखरेख में सुबह साढ़े नौ बजे से खाद वितरित की जा रही है।
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