नशाखोरी और ड्रग्स की लत पूरी दुनिया के लिए एक अभिशाप : कानूनी जागरूकता शिविर में छात्रों को नशाखोरी से दूर रहने की सलाह : सीजेएम नेहा गुप्ता खोजी साहून खांन गोरवाल नूंह, 6 सिंतबर - जिला एवं स
त्र न्यायाधीश-सह-अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, नूंह सुशील कुमार के निर्देशानुसार जिला के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, छपेड़ा में छात्रों के लिए एक कानूनी जागरूकता शिविर का आयोजन किया मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट-सह-सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण नूंह नेहा गुप्ता ने इस जागरूकता शिविर में व्यक्तिगत रूप से शामिल हुई। उन्होंने नशाखोरी और ड्रग्स के बारे में अपने व्याख्यान के दौरान छात्रों को इस बात पर बताया कि नशाखोरी और ड्रग्स की लत पूरी दुनिया के लिए एक अभिशाप की तरह है। दुनिया के लगभग सभी देशों में ड्रग्स का सबसे ज्यादा इस्तेमाल युवाओं में देखा जाता है। ड्रग्स और नशे की लत जितना युवाओं की शारीरिक सेहत को खराब करती है, उससे ज्यादा मेंटल हेल्थ को नुकसान पहुंचाती है। यही कारण है कि हर साल 26 जून को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ड्रग्स और नशीली दवाओं की तस्करी के खिलाफ एक जागरूकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि जब लोग पहली बार किसी ड्रग का इस्तेमाल करते हैं, तो उन्हें लगता है कि इसके सकारात्मक प्रभाव हैं। उन्हें यह भी लगता है कि वे अपने इस्तेमाल को नियंत्रित कर सकते हैं। लेकिन ड्रग्स जल्दी ही व्यक्ति के जीवन पर हावी हो जाता हैं। समय के साथ, अगर ड्रग का इस्तेमाल जारी रहता है, तो अन्य आनंददायक गतिविधियाँ कम आनंददायक हो जाती हैं, और व्यक्ति को सामान्य महसूस करने के लिए भी ड्रग लेना पड़ता है। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव नेहा गुप्ता ने कहा कि जो लोग ड्रग लेने की अपनी जरूरत को नियंत्रित करने में बहुत मुश्किल होती है, भले ही इससे उन्हें और उनके प्रियजनों को भी कई समस्याएँ होती हो। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को ड्रग के इस्तेमाल के शुरुआती चरणों में ही ज़्यादा ड्रग लेने या इसे ज़्यादा बार लेने की जरूरत महसूस होने लगती है। ड्रग्स और नशे की चीजों को रोकने के लिए सबसे पहले इसके इस्तेमाल करने वालों को सही रास्ते पर लाना जरूरी है। युवाओं में इस तरह के पदार्थों के इस्तेमाल के कई कारण हैं जैसे- फ्रस्टेशन, मेंटल हेल्थ प्रॉब्लम, डिप्रेशन आदि। लेकिन अच्छी बात ये है कि ऐसे लोगं को सही गाइडेंस के द्वारा ड्रग्स और नशे का इस्तेमाल करने से रोका जा सकता है। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी परमजीत चहल, एफएलएन की जिला संयोजक कुसुम मलिक, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, छपेड़ा की प्रिंसपिल प्रमिला सहित अन्य अध्यापक मौजूद रहे।
Comments