चित्र परिचय- फिरोजपुर झिरका खंड के गांव नावली में जेडएमक्यू संस्था द्वारा निमोनिया के प्रति जागरूकता करते पदाधिकारी। नगीना: फिरोजपुर झिरका खंड के नावली गांव में छात्र-छात्राओं को जेडएमक्
यू संस्था द्वारा निमोनिया की बीमारी के बारे में एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। संस्था द्वारा जीरो से पांच वर्ष के बच्चों के लिए हर सांस में जिंदगी परियोजना के तहत निमोनिया से संबंधित जानकारी के लिए प्रचार प्रसार किया जा रहा हैं। संस्था के जिला संयोजक वसीम अकरम ने बताया कि निमोनिया के रोगाणु एक बच्चे से दूसरे बच्चे में हवा के माध्यम से प्रवेश कर जाते हैं। जिससे निमोनिया का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे बच्चों में खांसी, बुखार, सांस तेज चलना, पसली चलना आदि निमोनिया के लक्षण हैं। वसीम अकरम ने बताया कि कुपोषित बच्चों में निमोनिया होने का खतरा ज्यादा रहता है। अधिक भीड़ भाड़ वाली जगह और कम हवा व रोशनी वाले घरों में रहने वाले बच्चों में भी निमोनिया होने का खतरा अधिक रहता हैं। बच्चों के आसपास अधिक धुव्रपान करने व धुएं वाले चूल्हे का इस्तेमाल करने से निमोनिया होने का खतरा अधिक रहता हैं। कुपोषण और पौष्टिक भोजन की कमी से बच्चों की बीमारियों से लडने की छमता कमजोर हो जाती हैं। जिससे निमोनिया होने का खतरा बढ़ जाता है। वसीम अकरम ने बताया कि कोई भी बच्चा निमोनिया जैसी बीमारी का शिकार न हो उसके लिए संस्था की टीम द्वारा घर-घर और गांव-गांव जाकर जागरूकता अभियान कर रही है। इसलिए लोगों को ऐसे कार्यक्रम में भाग लेना चाहिए। इस कार्यक्रम में मीरा ब्लाक ट्रेनर साजिद खान व फिल्ड कोआर्डिनेटर अनिल, मोहम्मद अफजल और काजल शामिल रहे।
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