होडल, डोरीलाल गोला देव गुरुकुल अंबाला के आचार्य राजकुमार शर्मा ने कहा कि हमारा मानना है कि प्रत्येक बच्चा अद्वितीय है और उसकी क्षमता की गुंजाइश है। चाहे यह कोई विषय हो, खेल हो या अन्य रह पाठयक
रम गतिविधियों हो स्कूलों का मुख्य लक्ष्य अपनी शिक्षा प्रणाली के माध्यम से बच्चे को ज्ञान देना है। उक्त वाक्य आचार्य राजकुमार शर्मा ने शनिवार को होडल विश्राम गृह में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान पत्रकारों से कहे। उन्होंने कहा कि देव गुरुकुल अंबाला की शिक्षा प्रणाली एक बच्चे के भीतर छिपी प्रतिभा, साकत, जुनून, भावनाओं, नैतिकता, आध्यात्मिकता और उन सभी कमजोरियों को समझने के बारे में है। गुरुकुल अंबाला उनको गुणों को पोषित करने और उन्हें एक इंसान के रूप में बेहतर विकसित होने में मदद करने के लिए एक वाहन के रूप में उभरा है। देव गुरुकुल मजबूत मूल्य प्रणाली 21वीं सदी के बच्चों, माता-पिता और समाज की चिंताओं के लिए एकमात्र वन-स्टाप समाधान है। प्रफ्रेमवर्क प्राचीन और परिवर्तनकारी गुरुकुल मूल्य प्रणाली के सिद्ध सिद्धांतों पर डिजाइन किया गया है। हम बर्तमान सामाजिक और सांस्कृतिक परिवर्तनों के अनुकूल बच्चों में इन मूल्यों को विकसित करने के लिए विभिन्न उपकरणों और तकनीकों के माध्यम से सर्वोत्तम प्रथाओं का प्रयास करते हैं। जो हमारे जीवन को बदलने के अभ्यास की ओर ले जाता है वही गुरुकुल के संरक्षक अविनेश शर्मा व विकाश ने कहा की शिक्षा जीविकोपार्जन का साधन नहीं है, बल्कि एक अच्छे करियर के साथ दुनिया में योगदान देने के लिए पर्याप्त योग्य होना है। एक शिक्षित व्यक्ति के वास्तविक मूल्यों की प्रदान करने के लिए पारंपरिक शिक्षा प्रणाली को फिर से परिभाषित करना होगा। विद्या के मूल्य आधुनिक विश्व पेशेवर की सभी आवश्यकताओं को समाहित करते हैं। उन्होंने देव गुरूकुल की विशेषताएं के बारे में बताते हुए कहा कि गुरुकुल 20 एकड़ का सुन्दर, सुरक्षित और प्रदूषण मुक्त वातावरण, हवन एवं वैदिक मत्रांच्चारण से सुबह की शुरुआत होती है, आधुनिक शिक्षण के साथ मूल्य शिक्षा का समामेलन, कक्षा पाँचवी से कक्षा आठवीं में एक खास पद्धति के साथ पढ़ाई अनुभवात्मक अधिगम, सभी छात्रों के लिए छात्रावास में प्रतिदिन स्कूल के बाद खास टयूशन और मार्गदर्शन, पूर्ण सुसज्जित कम्प्यूटर, इंग्लिश भाषा, गणित, होम साइंस और फूड प्रोडक्शन, सोशल साईस, फिजिक्स, केमिस्ट्री बायोलॉजी लैब और अटल टिंकरिंग लैब, राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों द्वारा खेल प्रशिक्षण से विभिन्न खेलों में राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर पदक प्राप्ति, सह शैक्षिक गतिविधियाँ, रवर-संगीत, वाद्य-संगीत, शास्त्रीय नृत्य, नुक्कड़ नाटक, पेपर रीसाइक्लिंग, क्विलिंग, पाक-शास्त्र, चित्रकारी, निःशुल्क मूल चिकित्सा, योग्य और अनुभवी आवासीय प्रशिक्षण स्टाफ, संपूर्ण गुरूकुल वातानुकूलित है, सभी प्रकार की आधुनिक सुख सुविधाओं से परिपूर्ण, बच्चों के तैराकी प्रशिक्षण के लिए तरणताल को व्यवस्था और संध्या व यज्ञ प्रशिक्षण के लिए आधुनिक सुन्दर यज्ञशाला का प्रबंध है।
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