होडल, डोरीलाल गोला अलवर राजस्थान में भारतीय सेना में तैनात होडल गढ़ी पट्टी निवासी शहीद सैनिक महेंद्र सिंह सोरोत की अंतिम यात्रा में मंगलवार को जन सैलाब उमड़ पड़ा। शहीद हुए सैनिक के अंतिम दर
शनों के लिए सुबह से ही गढ़ी पट्टी में लोगों का हुजूम लगा रहा। पुलिस व प्रशासन ने गढ़ी पट्टी में लोगों की भीड़ पर काबू पाने के लिए पुख्ता इंतजाम किए हुए थे। शहीद की अंतिम यात्रा में गढ़ी पट्टी के ही नही बल्कि आसपास के गावों के हजारों लोगों सामाजिक, राजनैतिक व धार्मिक संगठनों के पदाधिकारी ने भी शामिल होकर शहीद महेंद्र सिंह को श्रद्धांजलि दी। शहीद महेंद्र सिंह को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। शहीद की अंतिम विदाई पर मौजूद लोगों ने भारत माता के जयकारों के साथ-साथ महेंद्र अमर रहे के भी नारे लगाए। भारतीय सेना में अलवर राजस्थान में तैनात सैनिक गढ़ी पट्टी निवासी महेंद्र सिंह सोरोत रविवार देर साए ड्यूटी के दौरान हृदय गति रुकने के कारण शहीद हो गया था। यह ही महेंद्र सिंह के शहीद होने की सूचना उसके परिजनों को मिली वैसे ही परिजनों में शोक की लहर दौड़ गई। महेंद्र सिंह के शहीद होने की सूचना आसपास के क्षेत्र में आज की तरह फैल गई। मंगलवार को भारतीय सेना के जवान महेंद्र सिंह के पार्थिव शरीर को लेकर नेशनल हाइवे मुड़कटी के निकट पहुंचे वहां से हजारों की संख्या में छोटे-बड़े वाहन में सवार लोग अपने हाथों में तिरंगा लेकर शहीद महेंद्र सिंह की अंतिम यात्रा में शामिल हो गए। अंतिम यात्रा में शामिल लोगों ने जयकारों के साथ शहीद महेंद्र सिंह के पार्थिव शरीर को गढ़ी पट्टी पहुंचा। सारा क्षेत्र भारत माता में महेंद्र सिंह अमर रहे के जयकारों से गूंज उठा। जैसे ही शहीद महेंद्र सिंह का पार्थिव शरीर गढ़ी पट्टी में पहुंच वैसे ही वहां मौजूद हजारों लोगों की आंखें नम हो गई। शहीद महेंद्र सिंह को उनके छोटे भाई महेश ने शहीद महेंद्र के चार महीने के बेटे ऋषभ को गोदी में लेकर शहीद महेंद्र सिंह को मुखाअग्नि दी। शहीद महेंद्र सिंह अपने परिवार में सबसे बड़े थे। तीन बहने और दो भाई हैं। शहीद महेंद्र सिंह अपने पीछे अपनी तीन बेटियां वह एक बेटे को छोड़कर देश के लिए शहीद हो गए। सैनिक व अर्धसेनिको द्वारा शहीद को अंतिम सलामी देने के बाद राजनेतिक, धार्मिक, समाजसेवी संगठनों के अलावा क्षेत्र के हजारों लोगों ने मौके पर पहुंचकर शहीद को श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर देवेश कुमार, डा. नवीन रोहिल्ला, मोनू कालरा, चरण सिंह तेवतिया, डीएसपी सज्जन सिंह, एसडीएम रणवीर सिंह, तहसीलदार संजीव नागर के अलावा हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे।
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