हथीन/माथुर : नर्मदा मिशन के संस्थापक एवं 1100 दिनों से निराहार महाव्रत साधक पूजनीय अवधूत दादा गुरू जी महाराज के द्वारा आईटीओ घाट दिल्ली से 28 अक्टूबर से शुरू हुई यात्रा हरियाणा दिवस पर ज़िले के घ
ड़ी गाँव से सुबह चांदहट गाँव के लिए रवाना हुई। डा॰ शिवसिंह रावत, जो सिंचाई विभाग के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं तथा यमुना नदी एवं हरियाणा के जल संसाधनों पर आईआईटी दिल्ली से पीएचडी हैं, के नेतृत्व में समाजसेवी प्रशांत जाखड एवं चांदहट के सैंकड़ों लोगों ने यात्रा का गर्मजोशी से स्वागत किया। यात्रा में जयपाल सरपंच घोड़ी भी थे। गाँव की बड़ी चौपाल पर आयोजित सभा में दादागुरू जी ने लोगों को यमुना माँ को बचाने की अपील की। उन्होंने चेताया कि जब यमुना के द्वार सुरक्षित रहेंगे तभी तक हमारे गांव और शहर सुरक्षित हैं। यमुना सुरक्षित होगी तभी दिल्ली एवं आसपास का क्षेत्र सुरक्षित रहेगा। दादा गुरु के आह्वान पर उपस्थित लोगों ने माँ यमुना को निर्मल एवं अविरल बनाने के संकल्प लिया। डा॰ शिवसिंह रावत ने भी सभा में यमुना नदी को बचाने पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि आज यमुना नदी, आगरा कैनाल, गुड़गाँव कैनाल तथा नालों का पानी इतना ज़हरीला हो चुका है कि फरीदाबाद पलवल गुड़गाँव एवं मेवात के गाँवों में कैंसर जैसी बीमारी से सैंकड़ों लोग अपनी जान गँवा बैठे हैं। डा॰ रावत ने बताया कि दादा गुरु जी से प्रेरणा लेकर एवं प्रशांत जाखड जैसे युवाओं के सहयोग से माँ यमुना, क्षेत्र के नदी नालों एवं नहरों के गंदे पानी को साफ़ करके कृषि लायक़ शुद्ध पानी लिए जल्द ही एक जन अभियान चलाएँगे। लोगों ने इस जन अभियान में पूरा सहयोग देने का वायदा किया। डा॰ शिवसिंह रावत ने इस नेक कार्य के लिए दादा गुरु जी का दिल की गहराइयों से धन्यवाद किया। बाद में यात्रा चांदहट गाँव के बीच से होती हुई रहीमपुर पहुँची। वहाँ करतार सिंह बैंसला ने अपनी सरदारी के साथ यात्रा का एवं डा॰ शिवसिंह रावत का स्वागत किया। इसके बाद यात्रा हसनपुर के लिए रवाना हो गई।
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