तावडू, 1 नवंबर (दिनेश कुमार): उपमंडल के गांव जौश्रासी के चिराग धारीवाल ने प्रतिभा मोहताज नहीं होती सुविधाओं का इसको चरितार्थ करके दिखाया है। चिराग धारीवाल को भारतीय जूनियर हॉकी टीम में चयन होन
े पर पूरे क्षेत्र में खश्ुाी का माहौल है। चिराग धारीवाल के घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा रहा। चिराग धारीवाल जो कि भारतीय जूनियर टीम अब नीदरलैंड के लिए 10 दिन के ट्रेंनिंग विद टूर्नामेंट टूर्नामेंट के लिए जा रही है, उसमें चिराग का भी चयन हुआ है। जैसे ही गांव में पता लगा तो खुशी की लहर दौड़ गई और घर बधाई देने वालों का तांता लग गया। मेवात एक पिछड़ा हुआ एरिया में फिर भीए मेवात जिला में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। यह मेवात का कोई पहला अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी होगा,। जिसने हॉकी खेल में जिसने अपने प्रतिभा का लोहा मनवाया हो। भारतीय टीम में चयन करवाया और अपने आप को कुछ खेल में साबित किया। अपनी प्रतिभा को सामने लाया है। चिराग एक मध्यमवर्गीय किसान परिवार से संबंध रखते हंै। इस खुशी के मौके पर वेद प्रकाश लांबा खेल अधिकारी मेवात ने चिराग और उसके पिता धर्मेंद्र धारीवाल, माता अनीता देवी को बधाई दी और उसके कोच को बधाई थी और उसके उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि ऐसे ही अपने क्षेत्र का नाम रोशन करते रहे और आगे बढ़ते रहें। चिराग ने बताया कि यह उसे प्रेरणा उसके पिता धर्मेंद्र धारीवाल से मिली। वह भी एक सपोर्ट पर्सन रहे हैं जो की नेशनल स्तर के मुक्केबाज रहे हैं और पिता के सपोर्ट पर्सन होने के कारण उसे खेल में डाला और भारत में आगे बढ़ाने के लिए साथ दिया। उसने हॉकी खेलना शुरू किया, उसका बड़ा भाई विनय धारीवाल भी हॉकी खेलते हैं। विनय धारीवाल भी राष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी है। चिराग स्वर्गीय वेद राम धारीवाल के पोते हैं इस खुशी के मौके पर मुकेबाज़ी अंतराष्ट्रीय कोच अजय धामीवाल जौरासी, सभी ग्राम वासियों ने चिराग को बधाई दी और उज्जवल भविष्य की कामना की।
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