तावडू 23 अक्टूबर (दिनेश कुमार): शहरवासी खुले में शौच न करें, जिसके लिए नगरपालिका ने लाखों रूपए की लागत से पोर्टेबल शौचालय विभिन्न स्थानों पर लगा। लेकिन पोर्टेबल शौचालय इन दिनों लापरवाही के चलत
सफेद हाथी बन कर रह गए हैं। कुछ शौचालय तो अंदेखी के चलते टूट फूट रहे हैं। जिसके चलते शहरवासियों में नगरपालिका प्रशासन के प्रति रोष पनप रहा है। शहर में लगे पोर्टेबल शौचालयों में से अधिकतर शौचायल आज तक चल ही नहीं पाए। लोगों का आरोप है कि नगरपालिका प्रशासन की लापरवाही के चलते लाखों खर्च करने के बाद भी यह शौचालय महज दिखावा बन कर रह गए हैं। शहर के बाईपास, नूंह रोड, मौहम्मदपुर रोड, रेवाडी रोड व अन्य कई स्थानों पर यह शौचालय जर्जर अवस्था में हैं। इन शौचालयों की देखरेख न होने के कारण लाखों रूपए खर्च लापरवाही की भेंट चढ रहा है। लोगों का आरोप है कि लाखों रूपए खर्च करने के बाद भी जिस उद्देश्य से यह शौचालय खरीदे गए थे, वह उद्देश्य पूरा नहीं हो रहा। इनको जनता के उपयोग के लिए शुरू करने से पहले ही इनकी हालत खराब हो गई थी। इनकी साफ सफाई न होना, सफाई कर्मचारी की डयूटी न होना बताया जा रहा है। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि जनता के उपयोग के लिए इन पोर्टेबल शौचालयों को खुलवाया जाए और इनकी नियमित सफाई एवं रख रखाव के लिए सफाई कर्मचारी नियुक्त किया जाए। ताकि यह शौचालय उपयोग में आ सकें।
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