उपायुक्त व पुलिस अधीक्षक का आह्वïान, नूंह-मेवात को हर क्षेत्र में बढ़ाना है आगे -शिक्षा पर भी रहेगा पूरा फोकस -आपसी भाईचारे को बनाएं मजबूत, नशे से बचें व खेलों से जुड़ें युवा- पुलिस अधीक्षक नरे
द्र बिजारनिया नूंह, 12 अक्टूबर- उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने कहा कि जिला प्रशासन का प्रयास है कि जिला नूंह को विकास में आगे बढ़ाने व सामाजिक कुरीतियों को खत्म करने में सहयोग के लिए सरकार के साथ-साथ सामाजिक व व्यक्तिगत भागीदारी भी सुनिश्चित की जाए। अगर प्रत्येक व्यक्ति एक जिम्मेवार नागरिक की तरह प्रशासन के कार्यों व गतिविधियों में सहयोग करेगा तो निश्चित रूप से नूंह जिला को विकास में आगे बढ़ाने में उसकी भूमिका कारगर साबित होगी। केंद्र व प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों, सेना व पुलिस से सेवानिवृत व्यक्ति प्रशासन के कार्यों में अनेक प्रकार से मदद कर अपने जिले व समाज की भलाई के लिए काम कर सकते हैं। उपायुक्त धीरेंद्र खडग़टा व पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारनिया वीरवार को लघु सचिवालय के सभागार में जिला से संबंधित सेवानिवृत अधिकारियों व कर्मचारियों से सामाजिक कार्यों में सहयोग की अपील कर रहे थे। उपायुक्त ने कहा कि सेवानिवृत व्यक्ति अपने गांवों व आसपास के क्षेत्र में लोगों को भाईचारे से रहने, नशे से बचने, दहेज प्रथा बंद करने, शिक्षा के प्रति रूचि बढ़ाने, युवाओं को खेल गतिविधियों में शामिल होने के लिए मोटिवेट करने का काम करें। गांवों मेें कहीं कोई समस्या है तो उसके बारे में जिला प्रशासन को सूचित करें। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन का प्रयास है कि नूंह जिला के प्रत्येक गांवों में एक से पांच एकड़ भूमि पर खेल स्टेडियम या व्यायामशालाएं बनाई जाएं और युवा पीढ़ी की खेलों में रूचि पैदा की जाए। गांवों में लाइब्रेरी खोलने का काम किया जाएगा, ताकि युवाओं को पढ़ाई के लिए उचित स्थान मिल सके। युवा पीढ़ी सोशल मीडिया पर समय खराब करने की बजाय अपनी ऊर्जा का सकारात्मक दिशा में उपयोग करें। नूंह, मेवात की उच्च संस्कृति, लोक कलाओं को आगे बढ़ाने का काम करें। शिक्षा के क्षेत्र में भी जिला को आगे बढ़ाने के काम में सहयोग करें। पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारनिया ने कहा कि पहले सामाजिक ढांचा काफी मजबूत था और छोटे-मोटे मामलों का निपटारा सामाजिक स्तर पर बड़े-बुजुर्ग कर देते थे, जिसे सब लोग मानते भी थे। हमें अपने आसपास होने वाले छोटे-मोटे विवाद से बचना चाहिए और उसका निपटारा भी सामाजिक स्तर पर ही कर देना चाहिए। कोई बड़ी बात होती है तो उसकी जानकारी जल्द पुलिस को देनी चाहिए, ताकि समय रहते उचित व्यवस्था कायम की जा सके। इसी प्रकार सभी को सामाजिक स्तर पर युवाओं को नशे से बचाने के लिए काम करना होगा। इसके लिए नशे से आदी लोगों की जानकारी संबंधित क्षेत्र के थाना या पुलिस विभाग को दी जाए, ताकि उस व्यक्ति को स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से उचित इलाज करवाकर उसका नशा छुड़वाया जा सके। अगर कोई व्यक्ति नशे की तस्करी में लिप्त है तो उसकी भी सूचना पुलिस को दी जाए, ताकि उसके खिलाफ आवश्यक कार्यवाही की जा सके। हमें नशे की चेन तोडऩे के लिए काम करना है, जिसमें सेवानिवृत व्यक्ति काफी बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। इसी प्रकार अगर कोई व्यक्ति आपराधिक गतिविधि में शामिल है या फिर किसी प्रकार की अफवाहों को बढ़ाने का काम कर रहा है, तो उसकी जानकारी भी पुलिस प्रशासन को दें। सभी रिटायर्ड कर्मचारी आपस में जुड़े रहें तथा अपने एरिया में मार्गदर्शक की भूमिका निभाएं। समाज सेवा के कार्यों से जुड़े तथा जिंदगी व नौकरी के अनुभव से अन्य लोगों को अवगत कराएं। समुदाय की भलाई, स्वच्छता, स्वास्थ्य व विकास कार्यों में सहयोग की भूमिका निभाएं। दहेज प्रथा खत्म करने के लिए मुहिम चलाएं, इसे रोकने के लिए सामाजिक जागरुकता बहुत जरूरी है। प्रशासन के साथ अपने कनेक्टिविटी बनाए रखें। इस बैठक में उपस्थित सभी रिटायर्ड व्यक्तियों ने उपायुक्त व पुलिस अधीक्षक को सामाजिक कार्यों में भागीदारी करने में पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।
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