खोजी साहून खांन गोरवाल नूह जिले के शेखपुर निवासी 23 वर्षीय अमजद डंपर चलाता था जिसका 29 अगस्त 2022 को गुरुग्राम सेक्टर 10 के एरिया में एक्सीडेंट हो गया था उसके बाद गुरुग्राम के सरकारी अस्पताल में भ
्ती कराया गया जहां से उन्हें ट्रामा सेंटर दिल्ली के लिए रेफर कर दिया और वहां चिकित्सकों ने पैर काटने की सलाह दी उसके बाद दूसरी हॉस्पिटल ले जाया गया जहां पर डॉक्टरों ने पैर ठीक करने का लगभग 15 लाख का खर्च बताया अमजद का परिवार गरीब होने के कारण उसे वापिस ले आए और नूह के नलहड़ मेडिकल अस्पताल में उसका ऑपरेशन कराया अमजद के चाचा शैकूल ने बताया की ऑपरेशन के कई दिन बाद पैर में इन्फेक्शन होने लगा तो वो अमजद को डिस्चार्ज कराकर मांडीखेड़ा के अलाफिया अस्पताल ले आए और हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर फारुख खांन से बोले की 15 लाख हैं नही और इलाज होता नही उसके बाद डॉक्टर फारुख ने अमजद के पैर का कई महीने तक इलाज किया और इसी बीच एक के बाद एक तीन ऑपरेशन किए और अमजद का पैर कटने से बच गया 23 वर्षीय अमजद जिसकी शादी भी नही हुई है जो कि पेशे से एक डंपर चालक है और गरीब परिवार से आता है इलाज के दौरान साथ रहने वाले अमजद के चाचा सैकूल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वो हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर फारुख ख़ान के कर्जवान हैं और हमेशा रहेंगे आपको बता दें कि डॉक्टर फारुख ख़ान अपने 35 साल के मेडिकल कैरियर में अब तक लगभग 50 हजार से ज्यादा हड्डी के मरीजों का सफल ऑपरेशन कर चुके हैं और आगे भी इसी ईमानदारी और जज्बे को बरकरार रख कर काम करना चाहते हैं ज्ञात हो कि डॉक्टर फारुख ख़ान वर्तमान में मांडीखेडा के अल आफिया अस्पताल में बतौर एक हड्डी रोग विशेषज्ञ के रूप में कार्यरत हैं और आम जन को काफी समय से मेवात क्षेत्र में अपनी सेवाएं दे रहे हैं
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