खंड के एकमात्र कन्या विद्यालय में कक्षा 6 से 12वीं तक 900 छात्राएं शिक्षा ग्रहण करती हैं पुष्पेंद्र शर्मा फिरोजपुर झिरका। राजकीय कन्या वरि० मा० विद्यालय की अंग्रेजी विषय और हिंदी विषय की दो अध
्यापिकाओं का डेपुटेशन खंड के गांव के मॉडल संस्कृति स्कूल रानियाला में किए जाने से छात्राओं में भारी रोष है। छात्राओं का कहना है कि परीक्षाओं के दिन धीरे-धीरे सर पर आ रहे हैं लेकिन शिक्षा विभाग के अधिकारियों की गलत नीति के चलते स्कूल में तैनात अध्यापिकाओं का डेपुटेशन कर अन्य स्कूलों में भेजा जा रहा है। जिससे उनकी पढ़ाई बाधित हो रही है। इस बाबत राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक कन्या विद्यालय की कक्षा दसवीं 11वीं और 12वीं की लगभग सैकड़ो छात्राओं ने शहर के मुख्य बाजार से होते हुए उपमंडल अधिकारी (ना0) कार्यालय में पहुंचकर अपनी गुहार लगाई लेकिन उपमंडल अधिकारी नागरिक द्वारा फील्ड में होने के चलते छात्राओं का मांग पत्र मंडल अधिकारी नागरिक के सुपरिंटेंडेंट अतरसिंह ने लिया। अधिक जानकारी देते हुए स्कूल की छात्राओं ने बताया कि कक्षा 6 से 8 तक 300 के लगभग तथा कक्षा 9 से 12 तक 500 से अधिक छात्राएं पढ़ती हैं। जिनको पढाने के लिए पहले से ही अध्यापको की कमी बनी हुई हैं। कक्षा 6 से 8 तक मात्र 4 अध्यापक-अध्यापिकाएं कार्यरत है जबकि 9-10 अध्यापक-अध्यापिका को की मैं 9 से 12 कक्षाओं के अध्यापक-अध्यापिकाएं कक्षा 6 से 8 को पढ़ा रहे हैं। कुछ महिनों पहले भी दो अध्यापकों का डेपुटेशन अन्य विद्यालयों में किया गया। वर्तमान में कक्षा 9 से 12 में कला एवं विज्ञान संकाय की मात्र 5 अध्यापिकाएं ही कार्यरत थी, जिनमें से भी श्रीमती सुप्रिया यादव व श्रीमती कामिनी अंग्रेजी और हिंदी विषय की टीचर का डेपुटेशन यहां से मॉडल संस्कृति विद्यालय रानीयला कर दिया गया। लडकिया जहां स्वयं से जुडी किसी भी प्रकार भी समस्याओं को महिला अध्यापक को ही बता सकती है। वही पुरुष अध्यापक को बताने में झिझक महसूस करती हैं। छात्रों का कहना है कि पहले से ही स्कूल में फिजिक्स और बायोलॉजी की टीचरों की व्यवस्था नहीं है। जिसके चलते अभिभावकों द्वारा ट्यूशन की व्यवस्था की गई है। ऐसे में स्कूल से दो अध्यापकों का डेपुटेशन कर अन्य स्कूलों में भेजा जाना, झिरका की छात्रों के साथ अन्याय है। स्कूल की छात्राएं लगभग 2 घंटे से अधिक एसडीएम कैंपस में रही, एसडीएम साहब के वापस नहीं आने पर उन्होंने यह अपनी शिकायत सुपरिंटेंडेंट अतर सिंह को दी।
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