प्रदेश के अन्य जिलों में सरकारी खरीद शुरू होने के चौथे दिन बाद भी फिरोजपुर झिरका में सरकारी मंडी में बाजरे की खरीद शुरू नहीं हुई है। पुष्पेंद्र शर्मा फिरोजपुर झिरका। शहर की अनाज मंडी में बा
जरे की सरकारी खरीद नहीं होने के चलते , किसान मंडी से बैरंग लौट रहे हैं जबकि प्राइवेट एजेंसी 1900 से 2000 के भाव में बाजरे की खरीद कर रहे हैं। जिससे ऑनलाइन बाजरे का रजिस्ट्रेशन करने वाले किसानों में सरकार के प्रति भारी रोष देखा जा रहा है। रोजाना किसान अपने घरों से ट्रैक्टरों में बाजरे को मंडी लेकर आ रहे हैं लेकिन मंडी में सरकारी खरीद एजेंसी नहीं होने के चलते मजबूरी बस किसानों को अपनी फसल को लेकर बैरंग वापस अपने घर लौटना पड़ रहा है। यहां पर स्थानीय अनाजमंडी में बृहस्पतिवार के दिन भी क्षेत्र के दर्जन भर से अधिक किसान जिन्होंने अपने बाजरे की फसल को रजिस्ट्रेशन कराया हुआ था। वह बाजरे को लेकर सरकारी भाव 2200 रुपए प्रति क्विंटल बेचने के लिए फिरोजपुर झिरका मंडी पहुंचे लेकिन मंडी में खरीद एजेंसी नहीं होने के चलते सरकारी खरीद नहीं हो पाई । जिसके चलते कई किसानों को अपनी फसल को लेकर बैरन लौटना पड़ा जबकि कुछ किसानों द्वारा अपनी फसल को ओने- पौने दामों में प्राइवेट एजेंसियों को बेचना पड़ा। मार्केट कमेटी के सचिव राजबीर सिंह का कहना है कि बृहस्पतिवार को हैफेड सरकारी खरीद के रूप में मंडी में आई लेकिन किसानों के बाजरे की नमी को देखते हुए एक भी दाने की खरीद नहीं की। जबकि प्राइवेट एजेंसी द्वारा लगभग चार हजार क्विंटल से अधिक बाजरे की खरीद 1900 से 2000 रुपए के भाव से खरीद की गई है।
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