जिला ग्रीवेंस कमेटी के नए चेयरमैन के सम्मुख उठेगा मामला 25 साल में 25 बार हो चुकी 9 मरला जमीन की पैमाइश चिराग गोयल,फिरोजपुर झिरका । हरियाणा प्रदेश में नई ग्राम पंचायत चुनने के बाद उलझे मामलों मे
गरीब लोगों को न्याय की उम्मीद जगने लगी है। ऐसा ही एक मामला जिला नूंह के गांव मुलथान का है। जहां गरीब इशाक पुत्र हुरमत 9 मरला जमीन नहीं मिलने से बेहद परेशान है। गरीब किसान आत्महत्या करने को मजबूर है क्योंकि किसान 25 बरस से जमीन पाने की कानूनी लड़ाई लड़ता आ रहा है। कोर्ट-कचहरी उसके हक में कई बार फैसला कर चुकी है। जिला प्रशासन 9 मरला भूमि पूरी नहीं कर पा रहा है। सरकार और अदालतों में कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए गरीब ने लाखों रुपये खर्च कर दिए हैं। किसी अधिकारी ने कब्जा दिलाने में रूचि नहीं दिखाई। नाई जाति से संबंध रखने वाले इशाक के कंधों पर 16 सदस्य परिवार की जिम्मेदारी है। उसने ढाई दशक पहले जमीन का एक टुकड़ा मुलथान गांव में खरीदा था। ग्राम पंचायत और कुछ ग्रामीणों ने उसमें तालाब के अलावा अवैध कब्जा कर लिया। उसने कोशिश कि भाईचारे से उसकी जमीन मिल जाए, परंतु बात नहीं बनी। मजबूरन गरीब किसान ने इंसाफ के लिए आलाधिकारियों से लेकर ग्रीवेंस कमेटी के दरवाजे खटखटाए। फैसले भी पक्ष में आए तथा दर्जनों बार जमीन के टुकड़े की पैमाईश भी हुई। लेकिन 9 मरला जमीन का 11 फुट हिस्सा पड़ोसी आमीन पुत्र सुलेमान ने अपनी चारदीवारी में जबरदस्ती दबा लिया। यह मामला जिला ग्रीवेंस कमेटी नूंह के चेयरमैन के सामने भी उठने जा रहा है जिसकी रणनीति तैयार की जा चुकी है। इशाक ने बताया कि 14 नवंबर को शिकायत राष्ट्रपति को भेजी है। वहीं, गांव मुलथान में नई पंचायत चुनकर आ चुकी है जिससे मुझे न्याय की उम्मीद है। मेरी जमीन की पैमाइश 25 बार हो चुकी है। सरकारें बदली, ग्रीवेंस के चैयरमेन बदले, कितने डीसी और तहसीलदार बदले लेकिन मेरा नसीब नहीं बदला। मैंने इंसाफ के लिए हिम्मत नहीं हारी है। उन्होंने कहा कि इंसाफ इस जन्म में संभव नहीं है अगले जन्म तक इंतजार करना पड़ेगा। मैं आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो गया हूं। इशाक ने कहा कि मेरी उम्र 62 वर्ष हो चुकी है इसीलिए मजदूरी नहीं होती। केवल बुढ़ापा पेंशन मिलती है जिससे मुझे गुजारा करना पड़ता है। कुछ बच्चे छोटे है, एक बच्चा गाड़ी चलाकर जो कमाता है वो केसों में खर्च हो जाता है। मुझे अब घर का खर्च चलाना भारी पड़ रहा है। ....... तकरीबन 25 साल से इराक की 9 मरला जमीन का केस लंबित पड़ा है। ग्राम पंचायत अपने स्तर पर इसे सुलझाने का हरसंभव प्रयास करेगी। मामले में जो भी खर्चा होगा खुद उठाने के लिए तैयार हैं। कमलेश, नवनिर्वाचित सरपंच मुलथान ........... गरीब की 9 मरला जमीन पूरी की जा चुकी है लेकिन 12 फुट जमीन पड़ोसी की दीवार के अंदर है जिसका कब्जा दिलवाए जाएगा। अजय कुमार, जिला उपायुक्त नूंह
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