शिक्षा मंत्री को शिकायत भेजकर अभिभावकों ने की पदों को भरने की अपील खोजी एनसीआर साहून खांन गोरवाल शनिवार को गैरहाजिर रहने वाले प्रोफेसरों पर कार्रवाई की मांग कैप्शन: नगीना कॉलेज में विद्
यार्थियों की गैरहाजिरी से खाली पड़े क्लासरूम, खराब पड़ी बायोमेट्रिक मशीन राजकीय महाविद्यालय नगीना में पढ़ने वाले 1300 विद्यार्थियों के गैरहाजिर रहने का मामला रविवार को शिक्षा मंत्री के दरबार में जा पहुंचा। अक्सर शनिवार को गायब रहने वाले प्रोफेसरों व छात्रों से अभिभावक परेशान हैं वो चहाते है कि जूनियर प्रोफेसर के स्थान पर राजकीय महाविद्यालय नगीना का पदभार वरिष्ठ एसोसिएट प्रोफेसर दुलीचंद चौहान को मिले। बीएससी द्वितीय वर्ष के छात्र नजाकत अली कहते हैं कि शिक्षकों की भारी कमी है। कई बार आवाज उठा चुके हैं लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। बीकॉम तृतीय वर्ष में पढ़ने वाले मोइन खान कहते हैं कि बैठने के लिए भवन नहीं है पार्क में पढ़ना पड़ता है। बीए फाइनल में पढ़ने वाले वसीम बताते हैं कि सीसीटीवी कैमरे, बायोमेट्रिक अटेंडेंस की मशीन काफी वक्त से खराब पड़ी है। एमए अंतिम वर्ष के छात्र शाकिर, उमरदीन का कहना है कि कॉलेज में अनुशासन नहीं है। केवल 40 प्रतिशत छात्र महाविद्यालय में पढ़ने पहुंचते हैं। अभिभावक मुबारिक, आलम खान, जमशेद, सोराब खान ने बताया कि नगीना कॉलेज की दुर्दशा के लिए कांग्रेस के विधायक जिम्मेदार हैं वे कोई ध्यान नहीं देते। नगीना कॉलेज में प्रोफेसरों की लेटलतीफी चली आ रही है। अभिभावक बताते हैं कि शनिवार को अपने बच्चों को खोजते महाविद्यालय में पहुंचे तो केवल 6 प्रोफेसर व 4 कर्मचारी आए। सभी क्लास रूम बंद पड़े थे। डीसी ने नहीं उठाया फोनः नूंह जिला उपायुक्त अजय कुमार को अभिभावकों ने फोन किया लेकिन वो रिसीव नहीं कर पाए। फिरोजपुर झिरका एसडीएम को फोन लगाया तो उनका फोन स्विच ऑफ था। अभिभावकों को लताडा: सहायक प्रोफेसर नरेंद्र सिंह ने अभिभावकों को लताडा। कहा कि किस की अनुमति लेकर कॉलेज में घुसकर आए हो। इससे अभिभावक नाराज हो गए और प्रदेश के शिक्षा मंत्री को शिकायत भेजकर कार्रवाई की मांग उठाई। मेवात का सबसे पुराना कॉलेज: सामाजिक संगठन मेवात आरटीआई के संयोजक राजूद्दीन मेवाती बताते हैं कि गुरूग्राम, नूंह, पलवल, भरतपुर और अलवर के बीच मेवात कॉलेज नगीना अकेला महाविद्यालय था जो 6 जून 1969 को स्थापित हुआ। इसका पुराना भवन कंडम हो चुका है नए भवन में पर्याप्त कमरे नहीं है जिससे विद्यार्थियों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। 28 पदों में 12 पड़े खालीः हरियाणा सरकार राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नगीना में 28 पद मंजूर किए हैं इनमें से केवल 5 पद नियमित है और 11 अनियमित तथा 12 खाली पड़े हैं। जूनियर प्रोफेसर को कॉलेज का चार्ज: राजकीय महाविद्यालय नगीना के वरिष्ठ एसोसिएट प्रोफेसर दुलीचंद चौहान को छोड़कर जूनियर प्रोफेसर जय प्रकाश चौहान को प्रिंसिपल की जिम्मेदारी दी गई है। जिसका छात्र, अभिभावक और आमजन विरोध हो रहे है। ............... फोन पर मिली शिकायत पर संज्ञान लिया जा रहा है। जल्दी मैं खुद नगीना कॉलेज की विजिट करूंगा। कंवरपाल गुर्जर, शिक्षा मंत्री हरियाणा सरकार
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