चिराग गोयल,फिरोजपुर झिरका।: गढ़ अंदर जैन मंदिर के प्रांगण में पिछले 8 दिनों से चल रहे सिद्धचक्र विधान के समापन के नौवें दिन रथयात्रा महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस धार्मिक कार्यक्रम
के संदर्भ में सुनील जैन चेयरमैन ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रातः गढ़ अंदर जैन मंदिर में विशाल हवन यज्ञ का आयोजन किया गया। इसके उपरांत मंगल कलश की स्थापना सिद्धचक्र विधान के आयोजक अशोक जैन के निवास पर की गई। इस क्रम में जैन समुदाय के लोग गढ़ अंदर जैन मंदिर में एकत्रित हुए और भव्य रथयात्रा महोत्सव का आयोजन किया गया। जिसमें शहर के मुख्य बाजारों को रंग बिरंगी झंडीयों व तोरण द्वारों से सजाया। इस रथयात्रा महोत्सव में विशेष बात यह रही कि सिद्धचक्र विधान के आयोजक अशोक जैन भगवान इंद्र बनकर श्रीजी को लेकर रथ पर सवार हुए और उनकी पत्नी इंद्राणी का स्वरुप बनकर स्वेत अश्वों से सुसज्जित बग्गी पर बैठी नजर आई। रथयात्रा महोत्सव में उत्तर प्रदेश की मशहूर बैंड बुलाया गया। जिसके सुरमधुर भजनों से कार्यक्रम में उपस्थित धर्म प्रेमियों के पैर थिरकने पर मजबूर हो गए। इस कार्यक्रम के आयोजन पर जैन समाज के लोगों ने जगह-जगह आइसक्रीम,ठंडाई, फल फ्रूट वितरित किए और धर्म लाभ उठाया। यह रथयात्रा गढ़ अंदर जैन मंदिर से चलकर शहर के मुख्य बाजारों से होते हुए जैन बगीची पहुंची जहां समस्त जैन परिवार के लोगों द्वारा आयोजित भोजन व्यवस्था में शहर के जैन समाज के साथ-साथ घर के अन्य समाज के लोगों ने भी हिस्सा लिया। इसके उपरांत यह रथ यात्रा शहर के मुख्य बाजारों से होते हुए अपने गंतव्य स्थान गढ़ अंदर जैन मंदिर पहुंची।इस मौके पर नीरज जैन, गौरव जैन, नरेश जैन, नमन जैन, मनोज जैन, राजेश जैन, हरिपसाद जैन सहित काफी संख्या में जैन समाज की धर्म प्रेमी महिलाएं व पुरुष मौजूद रहे।
Comments