सोनू वर्मा ---------------------------------------------------------- नूंह। परिवार पहचान पत्र बनाने के कार्य में तेजी लाने की जरूरत है। सभी सम्बन्धित अधिकारी परिवारी पहचान पत्र बनाने के कार्य की रिर्पोट भेजना भी सुनिश्चित कर
ताकि किए गए कार्य बारे पुरी जानकारी मिलती रहे। अतिरिक्त उपायुक्त डा. मुनीष नागपाल ने बताया कि परिवार पहचान पत्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। इस योजना के क्रियान्वित के लिये हमको मिलकर बेहतर समन्वय के साथ कार्य करना है ताकि परिवार पहचान पत्र बनाने का कार्य शत-प्रतिशत किया जा सके और निर्धारित मापदंडो के तहत लोगों को योजना का लाभ मिल सके। उन्होंने बताया कि परिवार पहचान पत्र का पहला उद्देश्य हरियाणा में सभी परिवारों का प्रमाणित, सत्यापित और विश्वसनीय डाटा तैयार करना है। पीपीपी हरियाणा में प्रत्येक परिवार की पहचान करता है और परिवार के बुनियादी डाटा को डिजीटल प्रारूप में परिवार की सहमति से प्रदान करता है। प्रत्येक परिवार को 8 अंको का परिवार आईडी प्रदान किया जा रहा है। फैमिली डाटा के आटोमैटिक अपडेशन को सुनिश्चित करने के लिए फैमिली आईडी को बर्थ और डैथ व मैरिज रिकार्ड से जोड़ा जायेगा। उन्होंने बताया कि वृद्धावस्था, विधवा और दिव्यांग पैंशन के लिए अब परिवार पहचान पत्र का होना अनिवार्य कर दिया गया है। इसके अलावा फैमिली आईडी छात्रवृति, सबसीडी और अन्य पैंशन जैसी सभी मौजूदा स्वतंत्र योजनाओं को जोड़ेगी ताकि विश्वसनीयता सुनिश्चित हो सके तथा साथ ही विभिन्न योजनाओं, सबसीडी और पैंशन के लाभार्थियों के स्वत:चयन को सक्षम किया जा सके। उन्होंने बताया कि सक्षम के सहयोग से इस कार्य को करने के लिये विभागाध्यक्षों को जो भी आवश्यकता है, उसके तहत इस कार्य को करना सुनिश्चित करें। उन्होंने शिक्षा व अन्य विभागों के अधिकारियों को भी इस कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिये। उन्होंने यह भी बताया कि इस कार्य के लिए सम्बन्धित कर्मचारियों को प्रशिक्षण भी दिया गया है ताकि वे इस कार्य को सुगमता से करते हुए लोगों को इस सुविधा का लाभ दे सकें। उन्होंने जिला के सभी नागरिकों से अनुरोध किया है कि अपने परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) में कोई अपडेट व नया परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) बनवाने के लिए अपने नजदीकी सीएससी में जाकर निशुल्क करवाएं।
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