खोजी/सुभाष कोहली कालका। दिनांक 28.05.2022 को गांधी चौक कालका में दुकान नं0 764, का थड़ा नगर परिषद के कमर्चारियों द्वारा कम्प्यूटर सेंटर की संचालिका प्रेम देवी के दुकान पर पहुंचने से पहले, व उसे बिना बत
ए, उसकी अनुपस्थिति में तोड़ा गया। जब कि बाकि किसी भी दुकान के थड़े, जो सड़क तक बनाए गए हैं तथा पानी निकासी की जगह भी नहीं रखी गई है, उनके नहीं तोड़े गए। जिसकी शिकायत दिनांक 22-07-2022 को प्रेम देवी ने मुख्यमंत्री हरियाणा को सीएम विंडो के माध्यम से की थी, जिसका संख्या नं सीएमऑफ/एन/2022/084127 है। शिकायतकर्ता का कहना है कि पिछले कुछ अरसे से नाली में पानी की निकासी नहीं हो रही है, जहां से निकासी बन्द की गई है, उसे तोड़ने की बजाए केवल दुकान नं0 764 का थड़ा ही बार-बार तोड़ा जाता है, जो कि नाली के ऊपर बना था व सफाई के लिए जगह भी रखी गई थी, किन्तु जिन दुकानों के थड़े नाली से आगे सड़क तक बने हैं, सफाई के लिए कोई जगह नहीं है, गंदे पानी की निकासी भी बन्द की गई है, उन्हें नहीं तोड़ा जाता, वजह मालूम नहीं है। प्रेम देवी ने अपनी की गई शिकायत में लिखा है कि आगे नाली में पानी की निकासी न होने के कारण सड़क का सारा बरसाती पानी, पीछे की दुकानों का सारा गंदा पानी दुकान के आगे खड़ा होने से तालाब की शक्ल ले रहा है तथा सारा पानी दुकानों की नींव में रिसने से दीवारें खोखली हो रही हैं, जिससे कई दुकानों की दीवारें गिरने से कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है। दुकान के आगे गंदे पानी का तालाब बनने से बदबू, मक्खी व मच्छरों के कारण दुकान पर बैठना भी दुभर हो रहा है। थड़ा तोड़ने से शिकायतकर्ता का ताला खोलना भी मुश्किल हो गया है। प्रेम देवी का कहना है कि वह एक अकेली महिला अपनी रोजी-रोटी कमा रही है। अब वह दुकान पर बेठे या सरकारी विभागों के चक्कर काटे। हरियाणा सरकार द्वारा ’’बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’’ का नारा तो दिया जाता है, किन्तु सरकारी विभागों द्वारा महिलाओं को बेवजह मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है। प्रेम देवी ने सीएम विंडो के माध्यम से मुख्यमंत्री से नाली में पानी की निकासी सुनिश्चित करवाने व दुकान नं0 764 के तोड़े गए थड़े को बनवाने के आदेश सम्बंधित विभाग को देने की गुहार लगाई है। प्रेम देवी का कहना है कि एक माह बीत जाने के बावजूद भी की गई शिकायत पर कोई भी कार्यवाई नहीं की गई है। सीएम विंडो केवल नाम की ही रह गई है, समय पर कोई समाधान ना होने से लोगों का सीएम विंडो पर से विश्वास खत्म होता जा रहा है।
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