ग्रामीणों ने सरपंच व अधिकारी पर लगाए मनरेगा में करोडों रुपये गवन के आरोप होडल, डोरीलाल गोला होडल ब्लॉक के गांव डाडका के सरपंच व मनरेगा अधिकारी की मिलीभगत से गांव में विकास के नाम पर करोडों रु
ये का गवन करने का मामला प्रकाश में आया है। ग्रामीणों की शिकायत पर पंचायत विभाग के अधिकारियों ने मंगलवार को गांव डाडका में पहुंचकर विकाश कार्यों की समीक्षा कर शिकायत कर्ताओं के बयान दर्ज किए है। ग्रामीणों ने पंचायत अधिकारियों से सरपंच पर कानूनी कार्यवाही कर गवन किए गए रुपये की रिकवरी कराने की मांग की है। गांव डाडका के ग्रामीण दीनमौहम्मद, तय्यैव हुसैन, शरीफ, मोहम्मद, महमुद, हनीफ के अलावा अन्य ग्रामीणों ने पंचायत अधिकारी को दी शिकायत में कहा कि गांव का मौजूद सरपंच असलम ने मनरेगा अधिकारी एडीपीओ संजीत के साथ सांठगांठ कर गांव के सरकारी स्कूल में पार्क के नाम पर मनरेगा स्कीम के तहत साढ़े पांच लाख रुपये ले लिए और स्कूल में पार्क का नाम निशान भी नहीं है। गांव के एक ही तालाब को कागजों में दो जगह दर्शाकर लगभग 21 लाख रुपये की राशि मनरेगा स्कीम के अंतर्गत निकाल ली जबकि तालाब में मजदूरों के बजाए जेसीबी मशीन से कार्य कराया गया है। ग्रामीणों ने आरोप में कहा कि सरपंच व एबीपीओ ने गांव के ही एक चौपाल वाले तालाब की मनरेगा स्कीम के तहत खुदाई दिखाकर लगभग दस लाख रुपये की राशि निकाल ली जबकि उस तालाब में एक दिन भी कार्य नहीं हुआ। इसके अलावा सरपंच ने एक और तालाब की खुदाई के नाम पर मनरेगा से लगभग दस लाख रुपये की राशि निकाली हुई है जबकि उस तालाब का गांव में कोई नाम निशान नही है इसके अलावा सरपंच व अधिकारी ने पीडब्ल्यूडी रोड से ग्राम पंचायत रास्ते पर मजदूरों द्वारा मिट्टी डालने का कार्य दिखाकर लगभग आठ लाख रुपये की राशि का गवन किया। ग्रामीणों ने शिकायत में बताया कि जिस समय कोरोना महामारी में पूरा देश बंद था उस समय भी सरपंच ने अधिकारी की मदद से मनरेगा में कार्य दिखाकर लाखों रुपये की राशि का गवन किया है। ग्रामीणों ने बताया कि सरपंच ने मनरेगा स्कीम में 70 से 100 ऐसे खाते खोले हुए हैं जो कि बुढापा पेंशन धारक है। मनरेगा स्कीम में उन्हें मजदूर दिखाकर लाखों रुपये का गवन किया है जबकि बुढापा पेंशन लेने वाला मनरेगा में मजदूरी नहीं कर सकता। ग्रामीणों ने आरोप में बताया कि सरपंच व अधिकारी ग्रामीणों को सरकारी स्कीम का झांसा देकर उनके कागजात ले लेते हैं और उनका मनरेगा में खाता खोलकर उनके खाते से एटीएम कार्ड बनवाए हुए है। मनरेगा स्कीम में ग्रामीणों के तहत आने वाले रुपये को एटीएम की मदद से सरपंच निकाल लेता है और ग्रामीणों को इसका कुछ पता तक नहीं हैं। ग्रामीणों द्वारा लगाए गए आरोपों पर मंगलवार को पंचायत ऑफिसर कृपाल ङ्क्षसह, एकाउंटेंट जीतराम ने टीम के साथ गांव डाडका में पहुंचकर विकास कार्यों की समीक्षा की और ग्रामीणों के बयान लेकर रिपोर्ट तैयार कर अधिकारियों के समक्ष पेश करने का ग्रामीणों को आश्वासन दिया है। ग्रामीणों ने यहां अधिकारियों से सरपंच व अधिकारी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने व गवन किए गए रुपयों की रिकवरी कराने की मांग की है।
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