इस्लामाबाद, अपने सदाबहार सहयोगी चीन को अपना समर्थन देते हुए पाकिस्तान ने बुधवार को कहा कि अमेरिकी सदन की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा का क्षेत्रीय शांति और स्थिरता पर गंभीर प्रभाव
पड़ेगा। चीन ने जारी किया कड़ा बयान पेलोसी का विमान चीन की कड़ी चेतावनियों की अवहेलना करते हुए मंगलवार रात ताइपे में उतरा। वह 25 वर्षों में ताइवान की यात्रा करने वाली सर्वोच्च रैंकिंग वाली अमेरिकी अधिकारी हैं। पेलोसी के ताइवान पहुंचने के बाद चीन के विदेश मंत्रालय ने एक कड़ा बयान जारी कर कहा कि उनकी यात्रा 'एक चीन सिद्धांत और तीन चीन-अमेरिका संयुक्त विज्ञप्ति के प्रावधानों का गंभीर उल्लंघन है'। क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए गंभीर प्रभाव चीन लगातार ताइवान को मुख्य भूमि के हिस्से के रूप में दावा करता है। उसके सुरक्षा बल द्वारा भी इस द्वीप प्रांत को एकीकृत करने की कसम खाते रहते हैं। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने कहा कि हमारा देश ताइवान जलडमरूमध्य में उभरती स्थिति पर गहराई से चिंतित है, जिसका क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए गंभीर प्रभाव होगा। पाकिस्तान ने भी 'एक चीन' नीति के प्रति अपनी मजबूत प्रतिबद्धता की पुष्टि की और उसने चीन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का दृढ़ता से समर्थन किया। बयान में कहा गया कि यूक्रेन युद्ध के कारण दुनिया पहले से ही एक गंभीर सुरक्षा स्थिति से जूझ रही है, जिसका अंतरराष्ट्रीय खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा के लिए अस्थिर प्रभाव पड़ रहा है। दुनिया एक और संकट बर्दाश्त नहीं कर सकती, जिसका वैश्विक शांति, सुरक्षा और अर्थव्यवस्था के लिए नकारात्मक परिणाम हो। विदेश कार्यालय के बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान का दृढ़ विश्वास है कि अंतर राज्यीय संबंध, आपसी सम्मान, आंतरिक मामलों में गैर हस्तक्षेप और संयुक्त राष्ट्र चार्टर, अंतरराष्ट्रीय कानून और द्विपक्षीय समझौतों के सिद्धांतों को कायम रखते हुए मुद्दों के शांतिपूर्ण समाधान पर आधारित होना चाहिए।
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