नई दिल्ली, मंगलवार को एक 31 साल का नाइजीरिया का युवक दिल्ली में मंकीपॉक्स पॉज़ीटिव पाया गया, जिसके बाद देश की राजधानी में कुल मामले तीन और देश में 8 हो गए हैं। नाइजीरिया के तीन लोगों में से दो अब त
क मंकीपॉक्स पॉज़ीटिव पाए गए है, जिन्हें रविवार और सोमवार को दिल्ली के लोक नायक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को संसद में कहा, "देश में अभी तक मंकीपॉक्स के कुल आठ मामले सामने आए हैं, जिनमें से पांच का विदेश यात्रा का इतिहास रहा है। उन्होंने दुबई या शारजाह से यात्रा की है"। साथ ही सरकार ने बुधवार को मंकीपॉक्स से बचने के लिए क्या करना चाहिए और क्या नहीं की एक लिस्ट जारी की है। सरकार ने लोगों से संक्रमित मरीज़ों को आइसोलेट करने, हाथों की सफाई रखने, मास्क और ग्लव्ज़ का इस्तेमाल करने के लिए कहा है। साथ ही सरकार ने लोगों को मंकपॉक्स के मरीज़ से कपड़े, तौलिया, बिस्तर और बर्तन जैसी चीज़ों को शेयर न करने की चेतावनी दी है। इसके अलावा मरीज़ और स्वस्थ लोगों के कपड़े साथ में न धोने की सलाह दी है। किसको हो सकता है मंकीपॉक्स? मंकीपॉक्स किसी को भी हो सकता है, अगर उनका किसी संक्रमित व्यक्ति के साथ लंबे समय तक या बार-बार संपर्क रहा हो। मंकीपॉक्स से बचने के लिए क्या करें मरीज़ के मंकीपॉक्स पॉज़ीटिव होने पर उन्हें आइसोलेट ज़रूर करें। हाथों को साबुन और पानी से ज़रूर धोएं और हैंड सैनीटाइज़र का इस्तेमाल ज़रूर करें। जब आप किसी संक्रमित व्यक्ति के करीब हों, तो मास्क और ग्लव्ज़ ज़रूर पहनें। डिसइंफेक्टेंट का इस्तेमाल ज़रूरी है। साथ ही घर को सैनीटाइज़ भी करें। मंकीपॉक्स से बचने के लिए क्या न करें मरीज़ के साथ या किसी ऐसी व्यक्ति के साथ बिस्तर या तौलिया न शेयर करें जो मंकीपॉक्स के मरीज़ के संपर्क में आया हो। मरीज़ के कपड़े या दूसरा सामान हेल्दी लोगों के समान के साथ न धोएं। अगर आपको मंकीपॉक्स के लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो घर से बाहर लोगों से न मिलें। गलत सूचना के आधार पर लोगों के समूह को कलंकित न करें।
Comments