नई दिल्ली, क्या आप रोज़ाना दूध पीते हैं? अगर हां, तो आपके लिए यह लेख पढ़ना ज़रूरी है! दूध एक ऐसी चीज़ है जिसका इस्तेमाल हम रोज़ाना किसी न किसी तरह कर ही लेते हैं और इससे दूर रहना आसान भी नहीं है। इ
्यूनिटी बूस्ट करने से लेकर हड्डियों और दांतों को मज़बूती और मेटाबॉलिज़म को बढ़ावा देने तक, दूध के फायदे अनेक हैं। हालांकि, अगर आप दूध को सही तरीके से नहीं पीते हैं, तो यह पोषण से भरपूर दूध आपकी सेहत खराब होने के पीछे का कारण बन सकता है। क्या कच्चा दूध पीना सही है? कोई आश्चर्य नहीं कि हमारा शरीर कच्चे दूध से पोषक तत्वों को अवशोषित करता है क्योंकि इसे घास खाने वाली गायों से निकाला जाता है, इस प्रकार दूध एंजाइम और स्वस्थ प्रोटीन से भरपूर होता है। हालांकि, कीटाणुओं और जीवाणुओं को मारने के लिए दूध एक प्रोसेस से गुजरता है, लेकिन इससे एलर्जी के साथ कई हृदय संबंधी बीमारियां भी हो सकती हैं। दूध के फायदे सदियों से सभी को दूध पीने के फायदों में बताया जा रहा है, लेकिन इससे होने वाले नुकसान के बारे में कम ही बात होती है। इसमें कोई शक नहीं कि दूध कैल्शियम, फास्फोरस, बी विटामिन, पोटेशियम और विटामिन डी जैसे कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है। साथ ही प्रोटीन का बड़ा स्त्रोत भी है, जो हड्डियों की सेहत को बूस्ट करने के साथ, सेल्स और टिशूज़ के रीजेनेरेशन, दिमाग की सेहत और पूरी सेहत को सुधारने में मदद करता है। लेकिन क्या आप इसे सही तरीके से पी रहे हैं? दूध पीने का सही तरीका क्या है? दूध का उपयोग मिल्कशेक, स्मूदी, चाय, मिठाई और न जानें कहां-कहां नहीं होता। दूध को पीने का सही तरीका हर इंसान के लिए अलग हो सकता है। हालांकि, कई लोग हैं जिन्हें कच्चा दूध पीना पसंद होता है, जिसे शुद्ध दूध माना जाता है। लेकिन क्या इसे पीना सुरक्षित है? परंपरागत रूप से, यह माना जाता था कि दूध को अपने कच्चे रूप में पीना अति स्वास्थ्यवर्धक होता है और इसका सेवन बिना पैश्चराइज़ किए किया जाता था। फिर समय के साथ सोच में बदलाव आया और अब कच्चा दूध पीना सुरक्षित नहीं माना जाता है। जानिए क्या होता है जब आप कच्चा दूध पीते हैं? कच्चा दूध पीना हानिकारक हो सकता है, क्योंकि इसमें कई बैक्टीरिया जैसे- लिस्टेरिया, ई.कोली, कॉक्सिएला, साल्मोनेला, कैम्पिलोबैक्टर, यर्सिनिया, जो कई स्वास्थ्य और पाचन समस्याओं को जन्म दे सकते हैं। कुछ मामलों में कच्चा दूध पीना भी गंभीर हो सकता है, अगर जानवर के शरीर में कुछ संक्रमण हो। इससे मतली, पाचन संबंधी दिक्कतें, गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ सकता है।
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