नई दिल्ली, हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन का माह भगवान शिव को समर्पित होता है। इस पूरे माह में भोलेनाथ के साथ माता पार्वती की पूजा करने का विधान है। सावन में भगवान शिव ही नहीं बल्कि मां पार्वती क
लिए भी व्रत रखा जाता है। इसे मंगला गौरी व्रत के नाम से जानते हैं। सावन में पड़ने वाले हर मंगलवार के दिन इस व्रत को रखा जाता है। शास्त्रों के अनुसार, मंगला गौरी व्रत पति की लंबी आयु और अच्छे स्वास्थ्य के लिए विवाहित महिलाएं रखती है। इसके अलावा अविवाहित लड़कियां अच्छे पति की कामना रखते हुए इस व्रत को रखती है। इतना ही नहीं मंगला गौरी व्रत को रखने से संतान की प्राप्ति होने के साथ जीवन के हर कष्ट से छुटकारा मिल जाता है। साल में पहला मंगला गौरी व्रत 19 जुलाई को रखा जा रहा है और आखिरी 9 अगस्त को रखा जाएगा। जानिए मंगला गौरी व्रत का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और मंत्र।
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