हथीन/माथुर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कार्यशैली के उनके विरोधी भी कायल हैं।उन्होंने अपने 8 साल के प्रधानमंत्रित्व के कार्यकाल में वैसे तो सैंकड़ो अभियानों को गति दी है परन्तु उनके जिस अभि
यान को भारत में ही नहीं विदेशों में भी सराहना मिली थी, वह है ‘स्वच्छ भारत अभियान‘। उनके इस अभियान की सफलता का इसी से अंदाजा लगाया जा सकता कि विश्वविद्यालयों में भी इस विषय पर शोध होने लगे हैं । हाल ही में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी से एक शोधार्थी नवनीत शर्मा ने ‘स्वच्छ भारत अभियान‘ पर अपना शोध पूरा करके पीएचडी की उपाधि हासिल कर ली है। नवनीत शर्मा वर्तमान में हरियाणा के सूचना, जनसम्पर्क एवं भाषा विभाग की प्रैस शाखा में कार्यरत हैं। चण्डीगढ़ यूनिवर्सिटी के मीडिया, एनीमेशन एवं फिल्म विभाग की निदेशक डॉ० त्रिशु शर्मा की देखरेख में ‘स्वच्छ भारत अभियान‘ पर शोध करने वाले शोधार्थी नवनीत शर्मा ने बताया कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच और कार्यशैली से आरम्भ से ही प्रभावित रहे हैं। जब उन्होंने अपनी गाइड डॉ० त्रिशु शर्मा के सामने ‘स्वच्छ भारत अभियान‘ विषय पर अपनी प्रस्तावना रखी तो उन्होंने स्वीकृति दे दी। उन्होंने बताया कि शोध के निष्कर्ष में बहुत ही नवीन एवं बेहतर सुझावों को स्पष्टता से प्रकाशित किया गया है, जिससे इस विषय पर शोध कर रहे अन्य शोधार्थियों को काफी लाभ होगा। विशेष बात यह है कि नवनीत शर्मा ने चण्डीगढ़ यूनिवर्सिटी के जिस मीडिया, एनीमेशन एवं फिल्म विभाग कि निदेशक डॉ त्रिशु शर्मा के सुपरविजन एवं गाइडेंस में अपना शोध पूरा किया है , उस विभाग ने आउटलुक आईकेयर रेंकिग 2022 में देश के प्राईवेट मीडिया शिक्षा कालेजों में 10वां रेंक हाल ही में हासिल किया है। नवनीत शर्मा ने चण्डीगढ़ यूनिवर्सिटी में वर्ष 2018 में पीएचडी में दाखिला लिया था और 4 वर्ष की कड़ी मेहनत और शोध में बेहतरीन परिणामों के साथ हाल ही में पीएचडी की उपाधि हासिल की है । कम समय में सारगर्भित एवं प्रमाणिक शोध पूरा होने पर उन्होंने अपनी इस उपाधि का श्रेय अपनी गाइड एवं गुरू डॉ त्रिशु शर्मा को दिया है। नवनीत शर्मा ने बताया कि उसने पीएचडी शोध के दौरान विभिन्न विषयों पर शोध पत्र भी प्रकाशित करवाएं हैं जोकि स्कोपस एवं अन्य मान्यता प्राप्त जर्नल्स में प्रकाशित हो चुके हैं।
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