हथीन/माथुर : कोरोना से बचाव के लिए लगाई जाने वाली वैक्सीन के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग ने अभी से ही प्रबंधों को अंतिम रूप दे दिया है। सिविल सर्जन डा. ब्रहमदीप सिंधु ने बताया कि भारत सरकार की गाइ
लाइन के अनुसार कॉवेक्सिन के लिए पहले तीन श्रेणियों की पहचान कर उनको वैक्सीन लगाई जाएंगी। वैक्सीन लगाने और प्रक्रिया पर नजर रखने के लिए जिला और उपमंडल स्तर पर टॉस्क फोर्स भी गठित कर दी गई है। कॉवेक्सिन के लिए नियुक्त किए गए नोडल अधिकारी योगेश मलिक ने बताया कि प्रथम प्राथमिकता सूची में सरकारी और प्राइवेट हेल्थ स्टाफ को रखा गया है। जिनकी सूची तैयार कर ली गई है। ऐसे स्टाफ की संख्या 4230 है। इसमें जिला की सभी आंगनवाडी वर्कर्स एवं आशा वर्कर्स भी शामिल हैं। इसके बाद दूसरी श्रेणी में फ्रंट लाइन वर्कर्स हैं। जिनकी जिला में संख्या 2250 है। इसमें पुलिस स्टाफ, नगरपालिका, नगरपरिषदों का स्टाफ एवं सफाई कर्मचारी आदि शामिल हैं। उन्होंने बताया कि तीसरी श्रेणी में पचास साल से अधिक आयु के लोग हैं। जिनकी जनसंख्या जिला में लगभग दो लाख के लगभग हैं। चुनाव विभाग से इनकी लिस्ट ली गई है। इसके अतिरिक्त 40 वर्ष आयु वर्ग के उन लोगों को भी प्राथमिकता श्रेणी में रखा गया है जोकि टीबी, कैंसर, मधुमेह आदि रोगों से ग्रस्त हैं। उन्होंने बताया कि पलवल जिला में सभी 24 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में कोल्ड चैन सेन्टर के रूप में तैयार कर लिया गया है। जहाँ आधुनिक फ्रीजर आदि का प्रबंध किए हुए हैं। जिन पर ऑनलाइन मोनिटरिंग की जाती है। यदि किसी कोल्ड चैन सेन्टर पर फ्रीजर आदि में अथवा बिजली आपूर्ति में अव्यवस्था होती है तो आइस बॉक्स रखे हुए है। जिनमे बर्फ रखकर 48 घण्टे तक वैक्सीन को सुरक्षित रखा जा सकता है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में पांच लाख तक वैक्सीन के भंडारण की व्यवस्था की गई है। यदि अधिक मात्रा में वैक्सीन आती है तो जिला में एक प्राइवेट संस्था सी-बर्ड का बडा स्टोर है। उससे स्वास्थ्य विभाग ने अनुबंध किया हुआ है। असीमित मात्रा में वैक्सीन उक्त स्टोर में रखी जा सकती हैं। उन्होंने बताया कि वैक्सीन लगाने के लिए स्टाफ को ट्रेनिंग शुरू कर दी गई है। जिसके चार बैच पूरे हो चुके हैं, दो बैच सोमवार से शुरू होंगें। जिला में कॉवेक्सिन लगाने के लिए अनुभवी 200 का स्टाफ है।
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