हथीन/माथुर : समीपवर्ती गांव कौंडल में ज्ञान मुनि जी की श्रधांजलि के उपलक्ष पर एक शांति यज्ञ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर यज्ञ ब्रह्मा स्वामी आनंद मित्र शुद्ध बुद्ध बने। उन्होंने ज्ञान मुनि
ी के जीवन पर प्रकाश डाला और बताया कि गुरुकुल गदपुरी में ज्ञान मुनि जी अपनी निरंतर सेवाएं देते रहे थे। इस अवसर पर गुरुकुल गदपुरी के प्रधान व जाट धर्मशाला के प्रधान मोहन लाल भी शोक सब परिवार को शांति प्रदान करने के लिए पधारे। इनके अलावा हरीश चंद्र शास्त्री, शिवचरण आर्य, दयाल मुनि, श्री चंद मुनि, धीर मुनि के अलावा गांव के सैकड़ों लोगों ने आहुति प्रदान कर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। इस मौके पर हरीश चंद्र शास्त्री ने उम्मीद जताई कि दयाल मुनि जी के अधूरे कार्यों को इस परिवार के द्वारा पूर्ण कराया जाए और उनकी अच्छाइयों को धारण करके अपने जीवन को उन्नत बनाने में सफलता हासिल करें। भारत स्वाभिमान के मास्टर बिजेंदर भमरोला ने अपने पांचों संगठनों की तरफ से श्रद्धांजलि व्यक्त की। वहीं ज्ञान मुनि के बड़े बेटे ने यह आश्वासन दिया कि हम अपने अंदर सभी छुपी हुई बुराइयों को दूर करके वैदिक दिनचर्या अपना कर अपने पिता के द्वारा स्थापित मार्ग को अपनाएंगे। इस मौके पर आर्य समाज कौंडल के सभी पदाधिकारी उपस्थित रहे।
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