खोजी एनसीआर / साहून खांन जिला प्रशासन, नूंह और पीरामल फाउंडेशन/कैवल्या एजुकेशन फाउंडेशन नीति आयोग के समन्वय से नूंह जिले (हरियाणा) में संचालित आकांक्षी जिला सहभागिता (ADC) प्रोग्राम के तहत संयु
क्त संगठन (NGOs) कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में 15 से ऊपर क्षेत्रीय एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवी संगठनों ने भाग लिया। इस कार्यशाला में नूंह जिले में कार्य कर रहे सभी संगठनों ने अपने संस्थान का परिचय देते हुए वर्तमान में चल रहे तथा पिछले परियोजनाओं से अवगत कराया। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य सहभागिता से सभी संगठन एक दूसरे के साथ समन्वय से जिले में सकारात्मक विकास की ओर बढ़ पाएं। शिक्षा, स्वास्थ्य-स्वच्छता, उपजीवन, निर्धनता, महिला सशक्तिकरण, अनाथ, पर्यावरण, एडवोकेसी, परिवार नियोजन इत्यादि पर कार्य कर रहे सभी संगठनों ने अपनी उपलब्धियों एवं चुनौतियों को एक मंच पर लाकर उसपर विचार-विमर्श किया। संगठनों ने एक-दूसरे को उनके परियोजनाओं में मदद करने की बात की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में "collaboration" and "convergence" को आकांक्षी जिलों के विकास हेतु बहुत ही महत्वपूर्ण बताया। विभिन्न विभागों की विभिन्न योजनाओं की लोगों तक आसानी से पहुंच के लिए ये बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है। नीति आयोग शीर्ष पर आने वाले आकांक्षी जिलों सम्मान राशी भी देता है जिससे स्वस्थ प्रतियोगिता की भावना बनी रहे। कार्यशाला में केअर इंडिया, सहगल फाउंडेशन, सुकार्य, मेवात कारवां, परिवार सेवा संस्थान, ओरफंस इन नीड, ह्यूमाना पीपल टू पीपल इंडिया आदि संगठन ने भाग लिया। पीरामल फाउंडेशन के प्रोग्राम मैनेजर्स, प्रोग्राम लीडर्स एवं सभी 12 गांधी फेलो इस कार्यशाला में प्रतिभागी रहे। नीति आयोग के सूचकांक में नूंह जिले के स्तर को बढ़ाने के लिए आकांक्षी जिला सहभागिता कार्यक्रम ऐसी एनजीओ को एक साथ लाकर काम करने पर बल देती है जो अपने-अपने क्षेत्रों में समाज सुधार के कार्यों में कार्यरत हैं और उन सबकी विशेषताओं और ऊर्जा को बढ़ाने की ओर अग्रसर हैं।
Comments