हथीन/माथुर : समग्र शिक्षा पलवल और श्री अरविंद सोसाइटी के सम्मिलित प्रयासों से ज़िले के नवाचारी शिक्षकों के लिए ‘शिक्षा में शून्य निवेश नवाचार’ कार्यक्रम के अंतर्गत हथीन में ई-प्रदर्शनी का
योजन किया गया। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ज़िले के 33 नवाचारी शिक्षकों ने एक-एक अपने टी.एल.एम और शून्य निवेश नवाचार प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में गौतम कुमार जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी शामिल हुए। विशिष्ट अतिथियों के रूप में यशपाल गर्ग खंड शिक्षा अधिकारी होडल, सगीर अहमद खंड शिक्षा अधिकारी हथीन, महेश गौड़ शंकुल संसाधन समन्वयक होडल एवं अशोक शर्मा राष्ट्रीय प्रशिक्षण प्रमुख रूपांतर, श्री अरविंद सोसाइटी के जिला समन्वयक विक्रमादित्य पाण्डेय ने आयोजन में भाग लिया। शिक्षकों को प्रोत्साहित करते हुए विशिष्ट अतिथि यशपाल गर्ग, खंड शिक्षा अधिकारी होडल ने कहा, “टी.एल.एम के उपयोग से शिक्षण रोचक बनता है और इससे विद्यार्थियों के अधिगम में सुधार होता है। शून्य निवेश नवाचारों पर बल देते हुए अतिथि ने कहा कि कोरोना काल में विद्यार्थियों की पढ़ाई पर असर पड़ा है। हालांकि शिक्षकगणों ने सीखने की प्रक्रिया को बनाए रखने और अधिगम स्तर में आए अंतर को दूर करने की पूरी कोशिश की है, लेकिन समय के अभाव और सीमित संसाधनों के बीच विद्यार्थियों के अधिगम स्तर को बढ़ाने के लिए शिक्षकों के नवाचारों का उपयोग करना कारगर सिद्ध होगा। हमें आशा है कि ई-प्रदर्शनी में साथी शिक्षकों के नवाचारों को देख अन्य शिक्षकगण भी शून्य निवेश नवाचार करने और टी.एल.एम के माध्यम से पढ़ाने के लिए प्रेरित होंगे।” शिक्षकों को प्रोत्साहित करते हुए विशिष्ट अतिथि सगीर अहमद खंड शिक्षा अधिकारी हथीन ने कहा, “विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए टी.एल.एम. का विशेष योगदान रहता है जो विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित करता है। शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर प्रयास और सुधारों की आवश्यकता होती है और यह तभी संभव है जब शिक्षकगण अपने नवाचारों को एक-दूसरे के साथ साझा करें और अपना सहयोग दें।”इस प्रदर्शनी के आयोजन के लिए शिक्षा अधिकारियों का धन्यवाद देते हुए और शिक्षकों का आभार व्यक्त करते हुए श्री अरविंद सोसाइटी के रूपांतर कार्यक्रम के राष्ट्रीय प्रशिक्षण प्रमुख अशोक शर्मा ने कहा कि शिक्षक सभी सकारात्मक क्रांतियों के जनक हैं। उन्होंने कहा, “देश तभी उन्नति करता है जब देश के शिक्षक शिक्षा के क्षेत्र में होने वाले परिवर्तनों को स्वीकार करते हैं। एक शिक्षक की इच्छाशक्ति और संकल्प सिद्ध करने की ताकत सबसे महान होती है क्योंकि यदि शिक्षक अपने कार्य सिद्ध करने के लिए प्रतिबद्ध होते हैं तो सभी अन्य क्षेत्र इससे प्रभावित होते हैं। शिक्षकों के नवाचार उनकी इसी इच्छा शक्ति और कर्तव्य निष्ठा के प्रतीक हैं क्योंकि सामान्य से हटकर कार्य करने वाले ही सफलता प्राप्त करते हैं। इस ई-प्रदर्शनी से ज़िले के नवाचारी शिक्षकों की सफलता को उचित मंच मिला है, और हमें विश्वास है कि शिक्षकों के प्रयासों से संपूर्ण शिक्षा प्रणाली और अन्य क्षेत्रों को लाभ मिलेगा।”इस ई-प्रदर्शनी में ज़िले के 33 नवाचारी शिक्षकों ने अपने नवाचार ऑनलाइन माध्यम से साझा किए। शिक्षा में शून्य निवेश नवाचार कार्यक्रम (ZIIEI) के ट्रेनर पलवल जिला समन्वयक विक्रमादित्य पाण्डेय ने ज़िला पलवल की इस ई-प्रदर्शनी का सफलतापूर्वक संचालन किया।
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