खोजी एनसीआर / साहून खांन सर्वप्रथम विद्यालय के प्रांगण में इस शुभ अवसर पर वैदिक हवन का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रुप में ज्ञान चंद्र आर्य, झम्मन सिंह सैनी, राजेश छौंकर(चेयरमैन CWC) एव
नीरज रानी (नेहा सिंह) सम्मिलित हुए। इस अवसर पर ज्ञान चंद्र आर्य जी ने बच्चों को महर्षि दयानंद के जीवन से जुड़ी महत्वपूर्ण बातों का ज्ञान कराया। विद्यालय के प्रधानाचार्य बलवंत विश्नोई ने कहा कि महर्षि दयानंद सरस्वती ने सामाजिक कुरीतियों एवं पाखंड के विरुद्ध वैदिक संस्कृति के आधार पर भारत की पुनरुद्धार का जो अभियान शुरू किया था, हमें सदा उस पथ पर अग्रसर रहना है। उन्होंने बताया, स्वामी दयानंद सरस्वती जी एक महान संत, विचारक, समाज सुधारक एवं शिक्षा प्रेमी थे। उन्होंने आर्य समाज की स्थापना कर समाज में फैली कुरीतियों एवं अशिक्षा को दूर किया। स्त्री शिक्षा, विधवा विवाह एवं जाति के विभेद को दूर करने के लिए उन्होंने सत्यार्थ प्रकाश की रचना की। स्वाधीनता आंदोलन में भी उन्होंने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। नीरज रानी (master trainer of yoga) के साथ बच्चों ने सूर्य नमस्कार करते हुए कार्यक्रम का समापन किया। इस अवसर पर विद्यालय के सभी शिक्षक - शिक्षिकाएं उपस्थित थे।
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