तावडू, 3 फरवरी (दिनेश कुमार): शहर व क्षेत्र में झोलाछाप डाक्टर चांदी काट रहे हैं। लेकिन स्वास्थ्य विभाग सब कुछ जान कर भी अंजान बना हुआ है ऐसे झोलाछाप डाक्टरों के खिलाफ शिकायत मिलने पर ही स्वास्थ
्य विभाग कार्यवाही करता है और फिर से यह झोलाछाप डाक्टर चांदी काटने में मस्त हो जाते हैं। यह झोलाछाप डाक्टर तानाशाही भी दिखाते हैं जाओ जिस से शिकायत करनी है कर लो हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। लोगों का आरोप है कि इससे साफ झलकता है कि स्थानीय स्वास्थ्य विभाग इन से मिला हुआ है। जिस मिलीभगत के चलते इन पर कोई कार्रवाई नहीं हो पाती। जिससे स्वास्थ्य विभाग के प्रति लोगों में रोष पनप रहा है। क्षेत्र में कितने डिग्री धारी व कितने झोलाछाप डाक्टर हैं, यह स्वास्थ्य विभाग के संज्ञान में नहीं है। वीरवार को जिला स्वास्थ्य विभाग नूह सीएम विंडो नोडल अधिकारी डाक्टर पंकज वत्स की टीम ने शिकायत पर पटौदी रोड पर स्थित 1 झोलाछाप डाक्टर के अस्पताल पर छापा मारा और अस्पताल को सीज कर दिया। इस कार्रवाई से झोलाछाप डाक्टरों में हडकंप मच गया और शहर के अधिकतर झोलाछाप डाक्टरों के क्लीनिक बंद नजर आए। पीडित मोहम्मद हारीश ने बताया कि कुछ माह पूर्व उसके पिता को उपचार के लिए पटौदी रोड पर स्थित 1 अस्पताल में लेकर गए थे। जहां डाक्टर न होने के बाद किसी झोलाछाप के गलत उपचार के कारण उसके पिता की मौत हो गई थी। जिसके खिलाफ शहर पुलिस को शिकायत दी गई जिस पर झोलाछाप डाक्टर के खिलाफ मामला दर्ज हो गया था। झोलाछाप डाक्टर ने फैसले के लिए रुपए देने व पंचायत के माध्यम से फैसला करना चाहा, लेकिन जिस प्रकार से उसके पिता की मौत हुई अन्य किसी के जीवन से यह डाक्टर खिलवाड़ न करें इसको लेकर फैसला नहीं किया। जिला स्वास्थ्य विभाग नूंह सीएम विंडो नोडल अधिकारी डाक्टर पंकज वत्स ने बताया कि उनके पास गांव छारौडा निवासी मोहम्मद हारिस ने शिकायत दी कि उनके पिता की झोलाछाप डाक्टर द्वारा गलत उपचार करने के कारण मौत हो गई थी। जिसका मामला शहर थाना तावडू में पहले से दर्ज है, मामला दर्ज होने के बावजूद भी बिना डिग्री बिना डाक्टर के अस्पताल चलाया जा रहा है। जिस पर संज्ञान लेकर स्थानीय पुलिस प्रशासन सहित पटौदी रोड तावडू के इस अस्पताल में छापा मारा गया। डाक्टर पंकज वत्स ने बताया कि छापेमारी के दौरान खाली बैड के अलावा कोई मरीज नहीं मिला। उन्होंने बताया कि आगामी आदेश, जब तक केस का निपटारा नहीं होता है तब तक अस्पताल को सीज किया जा रहा है।
Comments