चिराग गोयल,फिरोजपुर झिरका।- गुरुग्राम अलवर हाईवे रोड पर के बीच में खड़ा शहीदों की याद में शहीदी मीनार अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। साल में दो बार ही गणतंत्र दिवस-स्वतंत्रता दिवस पर ही शहीदी
मीनार पर प्रशासनिक अधिकारी शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए आते हैं। उसके बाद इस शहीदी मीनार पर लोगों द्वारा उपले थेपते है और बकरियां चराते है। गंदगी का इतना बुरा आलम है कि शहीदी मीनार के पार्क में पानी का अंबार लगा हुआ है। यहां तक की चौकीदार के लिए बने कमरे की भी लोग दरवाजे व ईटों को उखाड़कर ले गए। आपको बताते चलें यह शहीदी मीनार अट्ठारह सौ सत्तावन की स्वतंत्रता संग्राम में मेवात के शहीद हुए सेनानियों की याद में लाखों रुपए की लागत से बरसों पहले बनाया गया था। जिस पर आजादी की बलिवेदी पर शहीद हुए स्वतंत्रता सेनानियों के नाम अंकित है। जिसको आने वाली पीढ़ी उस पर छपे नामों को देखकर उनकी यादों को ताजा कर सकें। लेकिन प्रशासन की अनदेखी के कारण यह शहीद मीनार क्षतिग्रस्त अवस्था में पड़ा हुआ है की चरवाहों ने अपने मवेशियों को वहां खूंटा लगाकर बांधते हैं। वही शहर के कुछ समाजसेवी वकार अहमद,आकिब जावेद, लेक्चरर कुसुम मलिक, गोल्डी शर्मा, सुभाष साहू का कहना है कि यह शहीदी मीनार आजादी की बलिवेदी पर शहीद होने वाले स्वतंत्रता सेनानियों का प्रतीक है। इसकी दीवारों पर लिखें मेवाती स्वतंत्रता सेनानी शहीद नवाब समसुद्दीन, शाहिद हसन खा मेवाती व अन्य मेवात स्वतंत्रता सेनानियों के नाम लोगों के दिलों में आज भी राज करते हैं। ऐसे में जल्द ही प्रशासनिक अधिकारियों को क्षतिग्रस्त शहीदी मीनार दुरुस्त करा देना चाहिए और उसके साथ ही बने हुए पार्क की साफ-सफाई करा देना चाहिए। ----------------------------------------------------------------------------------- क्या कहते हैं नगर पालिका सचिव सुनील रंगा। नगरपालिका सचिव सुनील रंगा का कहना है कि शहीदी मीनार की दीवारों को दोबारा दुरुस्त कराने के लिए दोबारा से टेंडर करवाया जाएगा और पार्क की साफ-सफाई कराई जाएगी जल्द ही शहीदी मीनार के पास बने चौकीदार के कमरे का भी रखरखाव सही ढंग से किया जाएगा।
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